नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण डीबीटी योजना के जरिए अब तक 36,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी सब्सिडी में गड़बड़ी पर काबू पाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया है। वे यहां केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा आयोजित सतर्कता जागरकता सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा,‘ हम चीजों को बदल सकते हैं और इसमें प्रौद्योगिकी बड़ी मददगार साबित हो सकती है। आपने यह तो आजकल देखा ही होगा। मैंने गणना की है कि डीबीटी के जरिए 36,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है जो राशि कहीं और जा रही है।’ उन्होंने कहा,‘ इसका मतलब यह नहीं है कि मैंने यह 36000 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में डाल दिए बल्कि उन्हें सही दिशा में मोड़ा गया है।
अगर ऐसा नहीं होता तो यह सारी राशि किसी की जेब में चली जाती। अगर हम प्रौद्योगिकी का सही इस्तेमाल करें तेा इससे पारदर्शिता आएगी। यह राजकाज में सुधार तथा हेराफेरी रोकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने देश में डीबीटी कार्यक्रम की शुरआत एक जनवरी 2013 से हुई थी।