28 फरवरी : बस एक क्लिक में पढ़िए, देश और दुनिया की 10 तमाम बड़ी खबरें

Samachar Jagat | Tuesday, 28 Feb 2017 04:46:03 PM
28 february top ten Big news in our country and world

Jio की दरें आक्रामक, ज्यादा टिकने वाली नहीं: मित्तल

बार्सिलोना। भारत की सबसे बड़ी मोबाइल परिचालक भारती एयरटेल ने आज कहा कि रिलायंस जियो ने जो दरें घोषित की हैं वे काफी आक्रामक हैं और टिकने वाली नहीं हैं। उद्योग इसके जवाब में अधिक प्रतिस्पर्धी और अतिरिक्त डाटा वाली पेशकशें करेगा। एयरटेल ने कल जियो की मुफ्त वॉयस कॉल और रोमिंग को प्रतिस्पर्धा देने को रोमिंग शुल्क समाप्त करने की घोषणा की।

मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने न केवल बाजार में सबसे बेहतर मोबाइल डाटा का मुकाबला करने बल्कि उससे 20 प्रतिशत अधिक डाटा देने की घोषणा की है। 

भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, उन्होंने जो दरें घोषित की हैं वे अभी भी काफी आक्रामक हैं। इसका मतलब है कि आपको इसपर प्रतिक्रिया देनी होगी। आपको अधिक पैकेज देने होंगे। आपको अधिक डाटा देना होगा। ये सभी चीजें करने की जरूरत हैं।

जियो ने अपने 4जी वायरलेस डाटा नेटवर्क पर 25 अरब डॉलर खर्च किए हैं। कंपनी एक अप्रैल से मुफ्त डाटा प्लान को समाप्त करेगी। कंपनी के मौजूदा ग्राहकों के समक्ष 99 रूपए का प्रवेश शुल्क देकर एक साल तक प्रत्येक महीने 303 रूपए का भुगतान कर असीमित सेवाएं लेने का विकल्प होगा। 

भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज ने कहा कि भारती एयरटेल का बही खाता मजबूत है। उन्होंने कहा कि इसकी संभावना नहीं है कि भारती को प्रतिस्पर्धा के दबाव की वजह से नुकसान होगा, लेकिन ऐसा कभी नहीं हो यह नहीं कहा जा सकता। 

साक्षी महाराज ने दिया विवादित बयान, कब्रिस्तान हो या श्मशान, सबका हो दाह संस्कार

नई दिल्ली। यूपी में चुनावों के बीच पार्टियों के बड़े प्रत्याशी अपने अपने भाषणों से मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में लगे है। लेकिन कई नेताओं के विवादित बयानों की राजनीति अपने चरम पर है।

श्मशान और कब्रिस्तान को बराबर जमीन देने वाले बयान को नेता अब अपने तरीके से भुनाने में लगे हैं। इस बीच चुनाव आयोग के निर्देशों को अनदेखा करते हुए भाजपा नेता साक्षी महाराज ने ऐसा बयान दे दिया है जिससे विवाद पैदा होने की पूर आशंका है।

दरअसल अपने बयानों से विवादों में रहने वाले साक्षी महाराज ने कहा है कि चाहे कब्रिस्तान हो या श्मशान सभी का दाह संस्कार होना चाहिए। किसी को गाडने की आवश्यकता नहीं है।

साक्षी महाराज ने अपने बयान में आगे कहा है कि देश में करोड़ों साधु हैं सब समाधि लेंगे और 20 करोड़ मुसलमान है सबको कब्रिस्तान चाहिए, हिंदूस्तान में इतनी जमीन कहां मिलेगी।

बता दें कि पीएम मोदी ने यूपी में एक चुनावी रेली के दौरान धर्म के आधार पर भेदभाव ना करने की मांग करते हुए कहा था कि अगर गांव में कब्रिस्तान को जमीन मिलती है तो श्मशान को भी मिलना चाहिए।

वैसे ही अगर रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली पर भी मिलनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद से ही विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं और इस बीच अब साक्षी महाराज ने ऐसा बयान दे दिया है।

तो क्या 'भगवाकरण' के साथ 'साइकिल' पर सवार हुई राजस्थान की राजनीति?

विक्रम सिंह। उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला देने वाली साइकिल ने अब राजस्थान का रूख कर लिया है। लेकिन यहां इसका अंदाज चुनावी रंग से बिल्कुल जुदा है। उत्तरप्रदेश में साइकिल के सहारे दाव खेल रही कांग्रेस ने राजस्थान में इसे भाजपा के भगवाकरण का भगवाकरण करार दिया है। 

दरअसल, हम बात कर रहे हैं राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्राओं के लिए साइकिल वितरण कार्यक्रम की। इस योजना में सरकारी स्कूल की मेघावी छात्राओं मुफ्त साइकिल बांटी जा रही हैं। 'शिक्षा का भगवाकरण' के आरोपों के बीच, राजस्थान में वसुंधरा राजे सरकार साइकिल ने नि:शुल्क वितरण शुरू कर दिया गया है। ये सभी साइकिल नारंगी रंग में रंगी हैं। 

राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों की कम अनुपस्थिती के मद्देनजर हाल ही में कोटा में एक सरकारी स्कूल में कक्षा 9 लड़कियों के एक समूह इस पहल के अनुसार साइकिल वितरित की गई हैं। राज्य शिक्षा विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 6283 साइकिल अकेले कोटा में 297 सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में वितरित की जाएंगी।

आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2012-13 में छात्राओं के बीच साइकिल वितरित करने के लिए राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने यह योजना प्रस्तावित की थी, लेकिन इसमें किसी भी खास रंग को निर्दिष्ट नहीं किया था। मौजूदा भाजपा सरकार ने ही इससे पूर्व जो साइकिल वितरित की, वे सभी काले रंग में थीं। कांग्रेस का आरोप है कि राज्य सरकार ने निविदाओं में नारंगी रंग को खास निर्दिष्ट कर ये सभी साइकिल तैयाकर करवाई हैं।

भाजपा सरकार ने पिछले साल, साइकिल का रंग बदलने (नारंगी) का फैसला किया और निविदाएं मंगाई। हालांकि सरकार ने 15 अगस्त को ही साइकिल वितरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन अधिकारियों ने पाया कि तैयार सभी साइकिल के फ्रेम, मिट्टी गार्ड, और कई चीजें निर्दिष्ट रंग में नहीं थे। इसके बाद 3 जनवरी को 2 लाख 95 हजार 671 साइकिल की सप्लाई का ऑर्डर फिर से जारी किया गया। 

कांग्रेस इस रंग के चलते ही सरकार पर भगवाकरण का आरोप लगा रही है। प्रदेश कांग्रेस की मीडिया चेयरपर्सन अर्चना शर्मा का कहना है कि संघ नीत राज्य सरकार सरकारी योजनाओं का भगवाकरण कर रही है। इससे पूर्व जनता को समर्पित भामाशाह योजना का भगवाकरण कर चुकी भाजपा सरकार अब बच्चों से जुड़ी इस योजना को भी भगवा रंग दे रही है।

प्रदेश कांग्रेस के महासचिव पंकज मेहरा ने कहा है कि राजस्थान सरकार ने पहले स्कूल के पाठ्यक्रम का भगवाकरण किया और अब स्कूल का रंग बदल दिया है। इसके पीछे भी अपनी विचारधारा को बढ़ावा देना है। हालांकि भाजपा सरकार ने इस बदले रंग को बच्चों की कलरफुल पसंद और चीयरफुल लुक का हवाला दिया है।

ये है मूल योजना
इस योजना के तहत राज्य के सरकारी स्कूल की छात्राओं को साइकिल निःशुल्क बांटी जाती हैं। इस योजना के तहत 9वीं क्लास की उन लड़कियों को साइकिल दी जाती हैं जो स्कूल के 5 किलोमीटर की दूरी पर रहती हैं। जो लड़कियां इससे भी दूर रहती हैं सरकार उन्हें ट्रांसपोर्ट वाउचर के तौर पर 20 रुपए रोजाना दिया जाना शामिल है।

...कॉमेडी किंग के कादर खान बीमार, इलाज के लिए कनाडा रवाना

मुम्बई। बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म लेखक कादर खान की तबियत काफी खराब हो गई है, वो इलाज के लिए कनाडा गए हैं। 80 साल के कादर खान पिछले 3 सालों से बीमार हैं, वो चलने फिरने के लिए व्हील चेयर का करते हैं।

कादर खान आखिरी बार 2015 में  में 'हो गया दिमाग का दही' के ट्रेलर लांच के दौरान आए थे, उसके बाद बीमारी के चलते वो लाइमलाइट से दूर हैं। पिछले साल वो हरिद्वार में बाबा रामदेव के आश्रम में भी गए थे, लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ।

कादर खान का बेटा कनाडा में रहता है वो अपने पिता को इलाज के लिए वहां ले गया है। कादर खान वो शख्सियत हैं, जिसने अपनी दमदार अदाकारी से दशकों तक रुपहले पर्दे पर राज किया। 

चरित्र अभिनेता के रूप में कादर खान ने कई फिल्मों में काम किया। गोविंदा और शक्ति कपूर के साथ उनकी जोड़ी खूब पसंद की गई। उन्होंने हर तरह के रोल निभाए और दर्शकों का एक वर्ग उन्हें खासा पसंद करता था। कभी विलेन बनकर लोगों को डराया तो कभी अपनी कॉमेडी से लोगों को हंसाया भी।

चाय वाले दोस्त 'थॉमस' को एक नजर में पहचान गए धोनी, गले लगाया, डिनर पर ले गए

नई दिल्ली। क्रिकेट और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी अपने सादगी भरे व्यवहार और जमीन से जुड़े रहने के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। अपने परिचित और दोस्तों में आज भी धोनी ‘डाउन टू अर्थ’ कहे जाते हैं। धोनी आज चाहे कितनी ही ऊंचाईयों पर पहुंच गए हैं।

वो अपने दोस्तों और करीबियों को कभी नहीं भूलते। धोनी सबसे आज भी उतनी ही आत्मीयता से मिलते हैं, जैसे वो कभी साधारण इंसान के तौर पर मिलते थे। धोनी की इस शख्सियत का एक नजारा तब देखने को मिला जब उन्हें रेलवे में नौकरी के दिनों का चायवाला दोस्त ‘थॉमस’ मिल गया और वो उसे फौरन पहचान गए। इतना ही नहीं उस दोस्त को धोनी ने फौरन गले भी लगा लिया।

 दरअसल, धोनी कोलकाता में विजय हजारे ट्रॉफी खेलने पहुंचे हुए हैं। जैसे ही खेल के बाद वो स्टेडियम से निकले तो एक साधारण सा दिखने वाला शख्स उनका इंतजार कर रहा था। उस शख्स पर जैसे ही धोनी की नजर पड़ी तो उसे फौरन पहचान गए और गले लगा लिया।

इतना ही नहीं धोनी अपने संघर्ष के दिनों के दोस्त ‘थॉमस’ को डिनर पर भी साथ ले गए और सेल्फी भी ली। धोनी की इस आत्मीयता और प्यार से ‘थॉमस’ भावुक हो गए और इस दिन को अपनी जिंदगी का सबसे यादगार दिन बताया।

थॉमस से धोनी की दोस्ती थोड़ी जान-पहचान से शुरू हुई थी। जब धोनी रेलवे में टीई (टिकट इंस्पेक्टर) हुआ करते थे। धोनी की पोस्टिंग जब खडग़पुर रेलवे स्टेशन पर थी। अक्सर धोनी थॉमस की टी स्टॉल पर चाय पीने जाया करते थे। तब से धोनी की थॉमस से जान-पहचान दोस्ती के रूप में बदल गई और वो अच्छे दोस्त बन गए।  

अपने दोस्त से इस भावुक मुलाकात पर थॉमस ने कहा कि मुझे धोनी से इतना प्यार मिला जो मैं कभी नहीं भूल सकता। खडग़पुर स्टेशन से शुरू हुई यह दोस्ती आज मुझे बहुत कुछ दे गई। धोनी का यह प्यार मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। अब मैं अपनी स्टॉल का नाम भी धोनी के नाम पर रखूंगा। गौरतलब है कि धोनी पहले भी अपने पुराने दोस्त संतोष का भी इलाज कराने में उनकी मदद कर चुके हैं। इलाज में धोनी ने हॉस्पिटल का सारा खर्चा उठाया था। हालांकि, लंबी बीमारी के बाद संतोष बच नहीं पाए और उनका निधन हो गया।

धोनी की गाड़ी रेल की पटरियों से निकलकर क्रिकेट के ग्राउंड पर सरपट दौडऩे लगी। आज धोनी कहां हैं यह बताने की जरूरत नही हैं। लेकिन धोनी ने अपने पुराने दोस्त से जिस तरह आत्मीयता और प्यार दिखाया वो बात वाकई गौर करने लायक है और उन लोगों के एक मिसाल है जो थोड़ी कामयाबी पाकर अपने लोग और जमीन भूल जाते हैं। कामयाबी हो तो ऐसी जो कभी सिर चढक़र ना बोले और हजारों की भीड़ में भी खड़े किसी अपने को पहचानकर ले और प्यार से गले लगा ले।

गुलमेहर कौर ने अभियान से किया खुद को अलग, राहुल गांधी और केजरीवाल आए समर्थन में

नई दिल्ली। रामजस कॉलेज में उपजा विवाद अब बढ़ता ही जा रहा हैै। डीयू में एबीवीपी की सोमवार को निकली तिरंगा यात्रा के बाद मंगलवार को लेफ्ट से जुड़े छात्र संगठन मार्च निकालेंगे।

दूसरी ओर एनएसयूआई के कार्यकर्ता अनशन पर बैठेंगे। हालांकि डीयू के रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद एबीवीपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा लड़ने वाली शहीद की बेटी गुलमेहर कौर ने अब खुद को अभियान से अलग कर लिया है।

मंगलवार सुबह एक ट्वीट कर गुरमेहर ने इसकी जानकारी दी। गुरमेहर ने ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर भी बदल ली है। आपको बता दें कि उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैं खुद को इस कैंपेन से अलग कर रही हूं और ये कैंपेन सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि सभी छात्र-छात्राओं के लिए है।

जबकि दूसरी ओर ट्विटर पर अपने विरोधियों को जवाब देते हुए गुरमेहर ने लिखा कि जो लोग भी मेरे साहस पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उन्हें बताना चाहती हूं कि मैंने उसके कहीं ज्यादा हिम्मत दिखाई है। 

मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके गुरमेहर का समर्थन किया तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने डीयू की छात्रा के समर्थन में आवाज उठाई। केजरीवाल ने कहा कि देश विरोधी नारे लगवाने का काम बीजेपी और एबीवीपी के लोग खुद ही करते हैं।

समुद्र के नीचे से दुश्मनों पर नजर रखेगा चीन

बीजिंग। चीन अब समुद्र के नीचे से भी दुश्मनों पर नजर रखेगा। इसकों लेकर चीन ने तैयारी कर ली है। चीन अब समुद्र के नीचे प्लेटफार्म बनाएगा जहां से वो समुद्र के नीचे निगरानी करेगा।

चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक शिक्षाविद वांग पिनशियान ने कहा कि दक्षिण चीन और पूर्वी चीन सागर में दीर्घकालीन निगरानी प्लेटफार्म पर निर्माण कार्य शंघाई की टोंगजी यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट ऑफ एकोस्टिक्स की मदद से किया जाएगा। 

बता दें कि चीन अपनी सुरक्षा को लेकर बहुत संवेदनशील रहा है। वह इसके लिए अमेरिका को भी आंख दिखाने से पीछे नहीं रहता। इसके लिए उसने चारो तरफ से सुरक्षा घेरा तैयार कर रखा है। साऊथ चाईना सी पर चीन की दबंगई से एशिया के कई देश परेशान हैं।

दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में समुद्री क्षेत्र को लेकर चीन के विवाद चल रहे हैं। वह तेल और प्राकृतिक गैस से संपन्न समुद्र के करीब पूरे इलाके पर अपना दावा जताता है, जबकि फिलीपीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान भी इस पर अपना दावा जताते हैं। चीन पूर्वी चीन सागर में द्वीपों पर जापान के दावे का भी विरोध करता है।

45 साल बाद कोई इंसान पहुंचेगा चंद्रमा पर

आने वाले साल में दो टूरिस्ट चंद्रमा पर जाएंगे। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस एजेंसी स्पेसएक्स इन दोनों को  चंद्रमा पर भेजेगी। यह पहला मौका होगा जब टूरिस्ट को चंद्रमा पर भेजा जाएगा। 45 साल बाद कोई इंसान चंद्रमा पर पहुंचेगा।

अमेरिका ने 1960 और 70 के दशक में नासा के अपोलो अभियानों के बाद से अपने अंतरिक्ष यात्री चांद पर नहीं भेजे हैं। स्पेसएक्स कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा की ‘हम यह घोषणा करने के लिए बेहद उत्साहित हैं कि दो आम नागरिकों को अगले साल के अंत में चांद के पास की यात्रा कराने के लिए स्पेसएक्स से संपर्क किया गया हैै।

एलन के मुताबिक, यह आम इंसानों के लिए 45 साल में पहली बार अंतरिक्ष में जाने का अवसर पेश करता है। वे तेज गति से यात्रा करेंगे तथा सौर मंडल में अधिक दूरी तक सफर करेंगे।

हालांकि यात्रियों के नाम उजागर नहीं किए गए हैं, लेकिन मस्क ने बयान में कहा है, ‘वे पहले ही एक उपयुक्त भुगतान कर चुके हैं.’’ स्वास्थ्य परीक्षण और प्रशिक्षण इस साल के अंत में शुरू होने हैं।

मुजफ्फरपुर: 30 घरों में लगी आग, लाखों का सामान जलकर राख

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के देवरियां थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चांदपुरा गांव के नोनियां टोला में आग लग जाने से करीब 30 से अधिक घर जलकर नष्ट हो गए। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने मंगलवार को बताया है कि सोमवार देर रात खाना बनाने के दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से एक घर में आग लग गई थी।

इस एक घर में लगी आग ने इतना विकाराल रूप ले लिया कि देखते ही देखते घर इस आग ने 30 से अधिक घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दुर्घटना में लाखों रुपए की सम्पत्ति जलकर नष्ट हो गई।

वहीं सूचना पर पहुंची दमकलों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि पीडि़त परिवारों को आपदा प्रबंधन की ओर से 9800 रुपए और अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। 

70 अंक लुढक़कर 28743 पर बंद हुआ संसेक्स

नई दिल्ली। सुबह मामूली तेजी के साथ खुले घरेलू शेयर बाजार के कारोबार के अंत में गिरावट देखी गई। बीएसई का 30 शेयर वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 70 अंक लुढक़कर 28743 अंक पर बंद हुआ जबकि एनएसई का 50 अंको वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 17 अंक गिरकर 8879 के स्तर पर बंद हुआ। सुबह से शेयर बाजार मामूली तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। 

हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानि मंगलवार को बाजार मे मामूली तेजी देखी गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज यानि बीएसई का 30 शेयर वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 16 अंक की बढ़त के साथ 28830 के स्तर पर कारोबार कर रहा थाा, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानि एनएसई का 50 अंको वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 4 अंक की मामूली बढ़त के साथ 8900 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।



 

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