श्रीनगर। कश्मीर घाटी में कफ्र्यू, प्रतिबंध तथा अलगाववादियों की हड़ताल के कारण आज 126वेें दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा। पुलिस ने कहा कि श्रीनगर के शहर-ए-खास तथा पुराने इलाकों और मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के कुछ हिस्सों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन तडक़े कफ्र्यू लगा दिया गया।
उन्होंने बताया कि जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन को रोकने के लिए पूरे दक्षिणी कश्मीर में लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि श्रीनगर तथा कश्मीर के अन्य हिस्सों में दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सडक़ों से वाहन नदारद रहे।
अलगाववादी संगठनों हुर्रियत कांफ्रेंस तथा जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट (जेकेेएलएफ) ने आज लोगों से जामिया मस्जिद की तरफ मार्च करने का आह्वान किया। अलगाववादियों ने अपनी हड़ताल को 17 नवम्बर तक के लिए बढ़ा दिया है। श्रीनगर के मैसुमा की ओर जाने वाले रास्ते में मदीना चौक तथा गांव कदाल के मार्गों को कटीले तारों से बंद रखा गया है।
हालांकि पैदल चलने वालों को आगे जाने की अनुमति है। लाल चौक की ओर जाने वाली सभी सडक़ों को भी कटीले तारों से बंद किया गया है। हरि सिंह हाई स्ट्रीट तथा लाल चौक के अन्य हिस्सों को जोडऩे वाली झेलम नदी पर बने अमीरा कदाल पुल को कटीले तारों से बंद किया गया है तथा लोगों को आने जाने की अनुमति नहीं है।