क्या एक बंद पड़ी घड़ी आपके दुर्भाग्य का कारण बन सकती है? यह बात सच्ची है या झूठी? किसी दिन दीवार पर टंगी घड़ी वक्त ना बताए तो उसका सैल तुरंत बदल दिया जाता है। आप सोचते रह जाते हैं कि एक सैल को बदलने के लिए इतनी जल्दबा$जी क्यों दिखाई गई।
क्या देरी से हमारे घर में कोई तूफान आ जाएगा? क्या घडी का वक्त किसी की सांसों से जुडा हुआ है? कुछ लोग बंद घडी को अशुभ मानते हैं। फिर चाहे वह घडी दीवार पर टंगी हो या कलाई पर बंधी। इन्हीं बातों के आधार पर हमने एक सूची तैयार की है।
बंद घडी के साथ जुडे इन वहमों पर एक नजर डालें
पैरा-साइकालजिस्ट का मानना है कि टूटी हुई घडी दुर्भाग्य व असफलता का प्रतीक होती है।
माना जाता है कि घडी बनाते वक्त घडीसाज उसमें अपनी जान डालता है और जब घडी टूटती है तो माना जाता है कि वह व्यक्ति अपने अंतिम समय के निकट पहुंच चुका है।
पुराने जमाने में, यह माना जाता था कि घर में पड़ी बंद घडी को ठीक ना करने पर परिवार में किसी की मृत्यु हो सकती है। इस अंधविश्वास को कुछ फिल्मों में भी दिखाया गया है। अब पता चला कि लोग बंद घडी से इतना क्यों डरते हैं।
हालांकि आज घरों में घंटाघडियां नहीं हैं। पर एक दौर में लोग इसकी आवा$ज से ही समय का अंदाजा लगा लेते थे। यदि आपके घर के किसी कोने में चुपचाप पड़ी घंटाघडी अचानक से बजने लग जाए तो समझ जाएं कि कोई जल्द ही परलोग सिधारने वाला है। यह तो वाकेहि बहुत डरावनी बात है!