हम सभी अधिक समझदार, बुद्धिमान, स्मार्ट, तीव्रता से सोचने वाला और अच्छा निर्णय लेने वाला बनना चाहते हैं। परन्तु हम सभी एक विशिष्ट आईक्यू के साथ पैदा हुए हैं। ये कुछ ऐसा है जिसके लिए आप कुछ नहीं कर सकते। हालाँकि आप स्वयं को बेहतर बनाने के तरीके ढूंढ सकते हैं, अपने मस्तिष्क की ताकत को बढ़ा सकते हैं और अपने दिमाग को तेज बना सकते हैं।
चाहे तो आप स्वयं को किसी खेल में व्यस्त कर लें, किसी शौक में व्यस्त कर लें या नई भाषा सीखें। ऐसा करने से आपके दिमाग की कोशिकाएं उत्तेजित होती हैं तथा आपके दिमाग को तेज बनाती हैं। एरोबिक कसरत से भी दिमाग चुस्त रहता है। अन्य कसरतों की वाकिंग करने से शरीर में ऑक्सीजन की खपत बढ़ती है।
दिमाग को जितनी अधिक ऑक्सीजन मिलाती है यह उतना ही अच्छा होता है। आप स्वयं को उ$र्जा से भरा हुआ पायेंगे, बहुत से कामों को एक साथ कर लेंगे और कम थकान महसूस करेंगे। सुबह के प्रारंभिक समय में मस्तिष्क सबसे अधिक तीवता से काम करता है।
पूरी आठ घंटे की नींद लेने से दिमाग को आराम मिलता है तथा दिमाग तरोताजा हो जाता है। ऐसा प्रतिदिन करने से दिमाग की ताकत बढ़ती है क्योंकि इससे मस्तिष्क को खराब हुए ऊतकों और कोशिकाओं को तथा शरीर को सुधारने का समय मिलता है। इससे आपके मानसिक प्रदर्शन में सुधार आता है।
कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर और फैट युक्त सम्पूर्ण आहार लें। इसके अलावा खाना खाना कभी न टालें, विशेष रूप से नाश्ता। मस्तिष्क को ठीक तरह से कार्य करते रहने के लिए सत् उर्जा प्रवाह की आवश्यकता होती है।
वे लोग जो डाइभटग करते हैं और खाना उचित समय पर नहीं खाते उन्हें व्याकुलता, याददाश्त कमजोर होना और संभ्रम की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अत: दिमाग को ते$ज रखने के लिए नियमित अंतराल पर अच्छे से खाएं।
अपने आहार में फिश शामिल करें।
फिश में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो ब्रेन (मस्तिष्क) को ठीक तरह से कार्य करने में सहायक होता है। यह तनाव से ग्रस्त व्यक्ति को भी आराम दिलाता है। अपने दिमाग को तेज बनाने के लिए आपको दिमाग की कसरत करनी चाहिए। विभिन्न पजल्स, सुडोकु और ब्रेन टी$जर्स सुलझाने का प्रयत्न करें।
प्रतिदिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें। अंत में परन्तु बहुत महत्वपूर्ण बात यह है कि दिमाग को आराम दें। ध्यान करें और सकारात्मक सोचें।