ईसाई समुदाय का लोकप्रिय और इकलौता त्यौहार क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाता हैं। इसको लेकर ईसाई समुदाय के लोग तो उत्सुक होते ही है साथ इस पर्व हर समुदाय अपने अपने स्तर पर सेलिब्रेट करता हैं। इस पर्व की तैयारी में सभी लोग एक महीने पहले से जुट जाते हैं। शहरभर के बाजार गुलज़ार हो जाते हैं। होटल्स, रेस्ट्रोरेंट, मॉल्स, दुकाने सभी जगह क्रिसमस की थीम पर डेकोरेशन शुरू हो जाते हैं।
क्रिसमस पर तीन चीज़े बहुत ख़ास होती हैं, पहला क्रिसमस ट्री, दूसरा सेंटा और तीसरा क्रिसमस पर बनने वाला पल्म केक। इस दिन हर कोई अपने घरो, होटल्स, रेस्ट्रोरेंट और मॉल्स को क्रिसमस ट्री से सजाता हैं। क्या आपको पता है क्रिसमस ट्री कई वास्तु गुण भी हैं जो आपके घरों में खुशाली लाता हैं। अगर नहीं तो आईये आपको बताते है क्रिसमस ट्री में छिपे वास्तु गुण।
अगर आपके घर में कुछ अशांति का माहौल है तो आपकी मदद क्रिसमस ट्री कर सकती है। इसे घर के ऊपरी हिस्से के दाहिनी ओर रखें। सात ही इसे पीले, लाल रकंग की लाइट से सजाएं। क्योंकि यह कलस्र प्यार और दोस्ती के होते हैं इससे आपके घर में सदस्यों के बीच प्यार और अपनापन बढेगा।
वास्तु के अनुसार माना जाता है कि अगर आप अपने घर में क्रिसमस ट्री को ला रहे हैं तो कभी भी मेन गेट के सामने इसे न रखें। क्योंकि ये स्थान सफलता का क्षेत्र माना जाता है। इस ट्री को ऐसी जगह रखे। जहां कोई भी गेट न हो और साथ ही ट्री को ब्ल्यू कलर की लाइट से डेकोर करें, क्योंकि नीला रंग जल का स्त्रोत होता है।
कई बार हो सकते है नुकसान क्रिसमस ट्री
क्रिसमस ट्री आपके सेहत के लिए हानिकारक है। इसके कारण इंसोमिया और लिथर्जी जैसी बीमानियां हो सकती हैं। यदि आप चाहते हैं कि दिसंबर माह में आप सेहतमंद और फे्रश हवा का मला ले सकें तो आपको जरूरत है क्रिसमस ट्री से बचने की।
ट्री पर कुछ लोग मोमबत्ती भी जलाते हैं, जिनसे निकलने वाला धुआं सेहत के लिए हानिकारक है। यही नहीं मोमबत्यिों को कभी भी क्रिमसम ट्री के पास नहीं रखना चाहिए, इन्हें कम से कम 15 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए।