मां के हाथ का बनाया खाना किसे नहीं पसंद, लेकिन मां द्वारा बनाया खाना अधिक स्वादिष्ट क्यों होता है शोधकर्ताओं ने इसका पता लगाने का दावा किया है। उनका कहना है कि स्वाद की भावनात्मक धारणा के कारण मां या करीबी लोगों द्वारा प्यार से तैयार किया गया खाना अधिक स्वादिष्ट होता है।
इस अध्ययन से जुड़े ब्रिटेन के आहार मनोवैज्ञानिक क्रिस्टी फर्गुसन का कहना है कि खाने के स्वाद को भावनात्मक जुड़ाव, प्यार और देखभाल के साथ अधिक समय लगाकर पकाने से बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने अपने शोध में दावा किया कि प्यार और अच्छी नीयत से बनाया गया व्यंजन खाने में आने वाले आनंद की धारणा को काफी हद तक बढ़ा देता है।
दो समूहों पर अध्ययन
इस अध्ययन में ब्रिटेन की खाद्य कंपनी बर्ड्स आई के शोधकर्ताओं प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा। पहले समूह को अच्छे तरीके से सजाये गए माहौल में यह कहकर खाना परोसा गया कि इसे बनाने में शेफ ने अपकी मां द्वारा बताई गई रेसिपी का इस्तेमाल किया है।
वहीं दूसरे समूह को कम सजाये गए माहौल में बिना कुछ कहे वही खाना परोसा गया, जो पहले समूह को दिया गया था। शोध में पाया गया कि पहले समूह को खाना अधिक स्वादिष्ट लगा, जबकि दोनों समूहों को एक ही खाना दिया गया था। इससे शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि भावनात्मक जुड़ाव खाने को अधिक स्वादिष्ट बना देता है।