अगर हर समय थका हुआ और सुस्त महसूस करते हैं तो समझ जाइए कि शरीर आराम की गुहार लगा रहा है। इसका मतलब ये नहीं कि आप व्यायाम से भी बचें। हर समय चुस्त रहने के लिए व्यायाम के अलावा और क्या चीजें जरूरी हैं।
आजकल लगभग 35' शहरी लोग थकान से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार तीन में से एक मरीज को थकान की शिकायत है।
खास बात यह है कि थकान के ये लक्षण 20 से 40 आयुवर्ग के लोगों में अधिक दिख रहे हैं। कई बार अपनी थकान का हवाला देते हुए व्यायाम से भी बचते हैं। थकान मानसिक भी हो सकती है, शारीरिक भी। अतिव्यस्तता से भी हो सकती है और आलस से भी। आलस जो लंबे समय की असक्रिय जीवनशैली से उपजता है।
डॉक्टर मानते हैं कि यदि थकान अधिक है तो ज्यादा से ज्यादा दो हफ्ते रुकें। शरीर को भरपूर आराम दें। सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि थकान सिर्फ लक्षण है, कोई रोग नहीं। संतुलित व्यायाम और खानपान बेहद जरूरी है। कम से कम एक घंटा शरीर के लिए निकालें। व्यायाम करें। वॉकिंग, जॉगिंग, योग, नृत्य आदि जो अच्छा लगता है, वह करें।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, पर ध्यान रखें कि लंबे समय तक किसी भी दर्द को नजरअंदाज न करें। दो हफ्ते से अधिक थकान रहने पर डॉक्टर के पास जाएं। बच्चों को शुरू से ही गैजेट्स से दूर कर शारीरिक व्यायाम करने के लिए प्रेरित करें।
इनका रखें ध्यान
सही खाएं : आहार में ताजे फल और सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं। विटामिन युक्त चीजें खाएं। सुबह का नाश्ता अवश्य करें। जंक फूड से परहेज रखें। तीन बार भोजन करने की जगह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पांच बार खाएं। हाई प्रोटीन डाइट लें।
पिएं खूब पानी : जब तक आपको प्यास लगती है, तब तक शरीर में पानी की मात्रा कम हो चुकी होती है। कोशिश करें कि प्यास लगने से पहले ही पानी पिएं। जूस, पेय पदार्थ, रसेदार फल व हरी पत्तेदार सब्जियों से भी शरीर को पर्याप्त पानी मिलता है।
दवा : शरीर में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉलिक एसिड आदि की कमी से भी थकावट होती है। यही वजह है कि डॉक्टर थकान के मामलों में मल्टीविटामिन सप्लिमेंट लेने की सलाह देते हैं। डॉक्टर की सलाह से ही लें।
ध्यान और व्यायाम : तनावजनित थकान दूर करने के लिए ध्यान का सहारा लें। साईंिक्लग और स्र्विंमग करें। हमारा शरीर खूब चलने के लिए बना है। नियमित पैदल चलें। 15 मिनट से शुरू करते हुए धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
धूप में समय बिताएं : शोध बताते हैं कि विटामिन डी की कमी से थकावट, उदासी व हड्डियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। नियमित धूप में बैठें। हड्डियां मजबूत बनेंगी। बेहतर महसूस करेंगे।
समय का भी रखें ध्यान : स्वस्थ जीवनशैली अनुशासन की मांग करती है। 7-8 बजे तक खाना खाने की कोशिश करें। निर्धारित समय पर सोएं व उठें। सोने से कुछ पहले टीवी, मोबाइल आदि गैजेट्स बंद कर दें।
लें पूरी नींद : थकान अगर व्यस्तता के कारण है तो करीब एक सप्ताह भरपूर सोएं। हर शरीर की नींद संबंधी जरूरत अलग होती है।
नियमित जांच : 40 के बाद साल में एक बार जरूर जांच कराएं। बीपी, डायबिटीज, थाइरॉएड आदि होने पर हर छह माह पर जांच कराएं।