आज की भागदौड़ भरी भजदगी में काम का तनाव इतना बढ़ गया है कि खुद के लिए समय निकालना भी बहुत मुश्किल सा लगता है। इसका सीधा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है। विशेषकर काम-काजी महिलाओं व गृहणियों को ज्यादा परेशानी हो जाती है। अत्यधिक काम व तनाव से महिलाओं में दुर्बलता की शिकायत होती है।
ऐसे में नानी-दादी के बताये कुछ ऐसे कारगर आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्खे हैं, जिनका इस्तेमाल कर शरीर की दुर्बलता दूर की जा सकती है। शारीरिक कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं। जैसे समय पर खाना ना खाना, कुपोषण, बाजार की चीजों का खान-पान आदि। आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्खे अपनाकर शरीर की दुर्बलता दूर कर खुद को ऊर्जावान बना सकते हैं।
केला: शक्ति बढ़ाने वाला फल है। केला खाने से ऊ$र्जा मिलती है। इसके सेवन से स्त्रियों को मासिक धर्म के समय परेशानी का कम सामना करना पड़ता है। हर दिन केले खाएं और संभव हो तो केला खाने के बाद दूध भी पीएं।
अनार: इसे खाने से शरीर में शक्ति और विशेष प्रकार की ऊ$र्जा मिलती है।
इसके पेड़ों की पत्तियों व छाल का उपयोग भी औषधि के रूप में किया जाता है। यह फल सैकड़ों बीमारियों में फायदा पहुंचाता है। अनार हृदय रोग, तनाव और आरामदायक जीवन के लिए बेहतर माना जाता है। कमजोरी की समस्या हो तो अनार का छिलका सूखा लें और पीस लें। इसके बाद प्रतिदिन सुबह और शाम एक चम्मच इस चूर्ण को खाएं।
आंवला: आंवला में विटामिन सी होता है, जो दूसरे किसी फल में नहीं है। प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा खाने से कमजोरी दूर होती है। आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं। इसके बाद प्रतिदिन रात को सोने से पहले करीब एक चम्मच इस मिश्रित चूर्ण का सेवन करें। इसके बाद थोड़ा सा पानी पीएं।
आंवला बेहद गुणकारी है। इसलिए इसे हर मर्ज की दवा भी कहा जाता है। आंवला पाचन तंत्र से लेकर स्मरण शक्ति तक को दुरुस्त करता है। नियमित रूप से आंवले का सेवन करने से बुढ़ापा भी दूर रहता है। कमजोरी की समस्या में आंवला बहुत फायदेमंद होता है।
नारियल: खाने से भी शरीर बलशाली होता है। इसमे कई शक्तिवर्धक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को मजबूत बनाने के साथ ही त्वचा और बाल के लिए भी फायदेमंद होता है।
टमाटर: टमाटर में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर की दुर्बलता को दूर करने में हमारी मदद करते हैं। इसका सूप पीने से भूख ना लगने की समस्या में फायदा होता है। साथ ही त्वचा पर भी चमक आती है।
लहसुन: इसमें एलियम नामक एंटीबायोटिक होता है, जो बहुत से रोगों के बचाव में लाभप्रद है। नियमित लहसुन खाने से ब्लडप्रेशर कम या ज्यादा होने की बीमारी नहीं होती। गैस्टिक ट्रबल और एसिडिटी की शिकायत में इसका प्रयोग बहुत ही लाभदायक होता है। कमजोरी की समस्या में रोजाना रात को लहसुन की दो कलियां रात को सोने से पहले निगल कर थोड़ा पानी पी लेना चाहिए।
कॉ$फी: कॉफी पीने से भी शारीरिक दुर्बलता दूर कर सकते हैं। इसके सेवन से मानसिक तनाव दूर होता है और शारीरिक क्षमता बढ़ती है।
नमक: मांसपेशियों की कमजोरी दूर करने के लिए ठंडे पानी में थोड़ा सा नमक मिला कर पूरे शरीर पर इससे मालिश करें। इस करने से मांशपेशियां मजबूत होती हैं।
योगा: योगा और माॄनग वाक से न सिर्फ मानसिक शांति मिलती है, बल्कि शरीर में स्फूर्ती बनी रहती है। मन तरोताजा हो जाता है और शरीर के प्रत्येक अंग में चुस्ती आ जाती है।