योगा को भारतीय योग के प्रमुख आसन सूर्य नमस्कार के बारह स्टेप्स और कुछ अन्य आसनों को मिला कर बनाया गया है। इस योग को 45 मिनट में किया जा सकता है। पावर योगा योग का एथलेटिक स्टाइल है, जो इसे पारंपरिक योग से थोड़ा अलग करता है।
पारंपरिक योग का मूल मंत्र ध्यान और संयम है, जबकि पावर योगा शरीर की शक्ति और लचीलेपन पर ध्यान देता है। इस योग की खास बात ये है कि ये नियमों के बंधनों से परे है और आप इसे दिन में कभी भी कर सकते हैं। बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक हर कोई पावर योगा का दीवाना है, क्योंकि पावर योगा से शारीरिक और मानसिक फिटनेस मिलती है।
फिटनेस बढ़ाए पावर योगा
शरीर को फिट रखना हो या फिर वजन घटाना हो, हर लिहाज से युवा पावर योगा की पावर को आजमा रहे हैं। पावर योगा करने से शरीर में कैलरी बर्न करने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे आसानी से मोटापा घटा कर शरीर को आकर्षक शेप दी जा सकती है।
दरअसल पुरुषों के शरीर में आधा वजन मासपेशियों का होता है, जिसमें बाइसेप्स और ट्राईसेप्स के अलावा दिल, पेट और आंत की मांसपेशियां भी शामिल हैं। इन्हें मजबूत बनाए रखने के लिए सप्ताह में कम से कम तीन बार पावर योगा करना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
पावर योगा बहुत सी योग क्रियाओं को आपस में मिला कर की जाने वाली क्रिया है, जो आपके शरीर में रक्त संचार और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इससे अस्थमा, अथ्र्राइटिस, डिप्रेशन, डायबिटीज और हाईपरटेंशन जैसी अनेक बीमारियों में राहत मिलती है।
इन बातों का रखें ध्यान ट्रेनर की देखरेख में करें योगा
पावर योगा में जब तक आप पूरी तरह से एक्सपर्ट न हो जाएं, तब तक इसे ट्रेनर की देखरेख में ही करें। ऐसा न करने से कमर दर्द, पैर में मोच या फिर किसी चोट का शिकार हो सकते हैं।
मेडिकल हिस्ट्री
योगा टीचर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री से वाकिफ कराना बेहद जरूरी है। अगर आप दिल के रोगी हैं, ब्लड प्रेशर के मरीज हैं या फिर गर्भवती हैं तो पावर योगा से आपको दूर रहना चाहिए। दरअसल ये योग क्रिया ध्यान और संयम पर केंद्रित न होकर शारीरिक श्रम पर आधारित है।
युवाओं के लिए ज्यादा उपयुक्त है
पावर योगा करने से पहले हमें इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए कि आपके शरीर की मानसिक स्थिति क्या है, आपकी जीवनशैली कैसी है और आप क्या डाइट लेते हैं। इसके अलावा 18 से 30 की उम्र तक के लोगों के लिए पावर योगा बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसमें प्रत्येक व्यक्ति के शरीर के आधार पर ही एक्सरसाइज का इस्तेमाल किया जाता है।