फिल्म देखे पर सेहत न खोये

Samachar Jagat | Tuesday, 17 Jan 2017 12:18:36 PM
Health is not lost on the film visit

सिनेमा हॉल में फिल्म देखने के फुर्सत के पल सब को प्रिय होते हैं। सपरिवार या दोस्त-यारों के साथ ऐसे मनोरंजन के क्षण हरेक व्यक्ति चाहता है, और फिल्म देखते समय हल्का-फुल्का खाना भी चलता है, लेकिन यह खाना-पीना कब जरूरत से ज्यादा हो जाता है, इसके बारे में अक्सर पता नहीं चलता। इसका असर पड़ता है सीधा आपकी सेहत पर।

1. क्या आप सिनेमाहॉल तक पहुंचने से पहले ही अपने मूवी मेन्यु की तैयारी कर चुके होते हैं?
2. क्या राष्ट्रीय गान के समय भी आपके हाथ में खाने की प्लेट रहती है ?
3. क्या मूवी टिकट की कीमत के बराबर राशि ही आप जंक फूड पर ही खर्च करते हैं?
यदि आप इनमें से किसी एक सवाल का जवाब भी हां में देते हैं, तो आपको मदद चाहिए।

मल्टीप्लेक्सों के खुलने के साथ ही जंक-फूड संबंधी कई नई शुरुआत हुई हैं। पनीर, बटर पॉपकॉर्न, ब्राउनीज, कैरामेल और कई अन्य ‘हेल्दी’ कॉर्न की एक झलक ही फिल्म देखने से पूर्व ही आपके मुंह में पानी ला देती है। इसके अलावा मल्टीप्लेक्सों में कई आकार में जंक फूड उपलब्ध रहता है। पेय पदार्थ छोटे-बड़े सभी आकार में और पॉपकॉर्न बड़े टबों में उपलब्ध रहते हैं।

मल्टीप्लेक्सों में जंक फूड की बढ़ती चाहत एक नए रूप में सामने आई है, लोगों को महसूस होता है कि यदि आप फिल्म देख रहे हैं तो उस समय आपके हाथ में कोई खाद्य सामग्री हो। और खास बात ये है कि इस आदत को खत्म करना खासा मुश्किल होता है। 

यह आदत फिल्म देखते समय आपको अंदर से जोर डालती है और जब आप इस आदत को पूरा नहीं करते, तो आपको लगता है कि फिल्म देखने का आपका अनुभव अधूरा रह गया। किसी अवसर विशेष पर पॉपकॉर्न, नेचो या किसी अन्य जंक फूड का सेवन करने में कोई गलती नहीं, लेकिन बिना सोचे-समङो जंक फूड खाते जाना सेहत के संबंध में ईडियट ही साबित होंगे।

तो फिर आखिर मल्टीप्लेक्सों में दिए जाने वाले ऑर्डर किस किस्म के होते हैं ?
इंटरवेल से पूर्व सल्सा और पनीर से बने नेचो और कोला से भरा गिलास (टम्बलर), इंटरवेल के बाद पॉपकॉर्न और कॉफी और साथ में समोसा या वेजीटेबल बर्गर। 

यदि आप बटर पॉपकॉर्न से भरा आधा टब खत्म करते हैं (बटर पॉपकॉर्न के बड़े टब से 1000 कैलोरी शरीर में पहुंचती हैं, 78 ग्राम वसा जिसमें से 45 ग्राम सेचुरेटेड, कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाला फैट होता है), समूचे समय आपके भीतर 800 कैलोरी जाती हैं। 450 मिलिलीटर के एक छोटे कोला टम्बलर में 180 कैलोरी होती हैं, अर्थात 12 चम्मच बराबर शुगर। आदर्श तौर पर किसी वयस्क को एक दिन में 3 चम्मच शुगर से अधिक नहीं लेना चाहिए।

जंक फूड जैसे कि समोसा और बर्गर में कैलोरी की मात्र काफी होती है और प्राकृतिक फाइबर की कम। परंपरागत दाल-रोटी-सब्जी और सलाद में फाइबर की भरपूर मात्र होती है। एक फाइबर-रहित समोसा जो कि आकार में आपकी हथेली का आधा होता है, में 400 कैलोरी होती हैं और कोलेस्ट्रॉल उत्पादित करने वाला 25 ग्राम फैट। 

यहीं नहीं, इसको खाने में आपको समय भी कम लगता है और जब भी आप कुछ खाना शुरू करते हैं तब आपका दिमाग संतुष्टि के सिग्नल देने में कुछ समय लगाता है यानी वह आपको ये बताता है कि आपका पेट भर चुका है और आपको अब आपको ज्यादा भूख नहीं है। आप इसकी गणित इस तरह भी समझ सकते हैं कि अगर एक समोसे को खाने में आपको 5 मिनट लगते हैं तो चार को खाने में बीस मिनट लगेंगे और चार समोसे खाने से आपको 1600 कैलोरी ऊ$र्जा और 100 ग्राम फैट मिलेगा।

अगर आप मूवी के दौरान जंक फूड खाने से परहेज करना चाहते हैं तो यहां कुछ टिप्स दी जा रही है।
*मल्टीप्लेक्स पहुंचने से पहले स्वास्थ्यवर्धक खाना खाकर जाएं। हालांकि तीन घंटे तक खाने से दूर रहना लंबा समय होता है और तेजी से भूख लगती है।

*आप महीने में ऐसा क्रम बनाए कि एक मूवी देखने के दौरान कुछ भी नहीं खाएंगे
*एक ही जंक फूड को निर्धारित समय पर न खाएं।

*स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स जैसे कि कॉर्न बिना मक्खन और मल्टीग्रेन सैंडविच खाएं।
*इस बात का फैसला कर लें कि आप टिकट की कीमत का तीस प्रतिशत वाजिब श्रेणी के दाम वाले खाने में खर्च करेंगे।
 



 

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