अपौष्टिक आहार, व्यायाम की कमी और एक खराब जीवनशैली से मनुष्य की आयु वृद्धि की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। अमेरिका के शोधकर्ताओं ने यह चेतावनी दी है। मनुष्य की आयु में वृद्धि करने वाली कोशिकाओं में से एक ‘सीनेसेंट’ उम्र से जुड़े बीमारियों और स्थितियों में अहम भूमिका निभाती है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि व्यायाम के समय से पहले वृद्ध होनेवाली प्रक्रिया के संचय से बचाता है और साथ ही अपौष्टिक आहार के कारण होने वाले हानिकारक प्रभावों से भी रक्षा करता है। अमेरिका में ‘मायो क्लीनिक’ से वरिष्ठ लेखक नैथन लेब्रासेर ने कहा कि हमारा मानना है कि अपौष्टिक आहार और खराब जीवनशैली के कारण जैविक और नैदानिक दोनों स्तरों पर मनुष्य की आयु में वृद्धि की प्रक्रिया तेज होती है।
अपने शोध में शोधकर्ताओं ने चूहों पर प्रशिक्षण किया। जिसमें इन चूहों के एक समूह को स्वस्थ आहार प्रदान किया गया और दूसरे समूह को ‘फास्ट फूड’ जैसी चीजें आहार में दी गईं। इस परीक्षण के परिणामस्वरूप ‘फास्ट फूड’ जैसी चीजें खाने वाले चूहों में स्वास्थ्य मानकों पर घातक बदलाव देखने को मिले। जिसमें उनके शरीर का वजन बढऩा, उनके मांस का 300 मीटर तक बढऩा, जैसे कई लक्षण दिखाई दिए।
इसके बाद दोनों प्रकार के आहार लेने वाले चूहों के समूह में से आधे चूहों को रोज व्यायाम कराया गया, जिससे उनके शरीर में बदलाव नजर आया।
नैथन ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि आपको मैराथन में दौडऩे की जरूरत है, लेकिन हमें स्वस्थ रहने के लिए अपनी गतिविधियों को बढ़ाने हेतु नए तरीके खोजने की जरूरत है।