हर किसी को पता है कि शराब पीने से शरीर का नुकसान ही नुकसान है, लेकिन फिर भी शराबियों की कमी नहीं हो रही। बड़े-बड़े शहरों में अगर आप चलते फिरते हुए देखे तो, सडक़ों पर एक-दो लोग शराब पी कर जरूर पड़े मिलेंगे।
कभी-कभार शराब पीने से उतना नुकसान नहीं होता जितना इसे पानी की तरह नियमित रूप पर पीने से होता है। एल्कोहॉल खून के जरिए पूरे शरीर में पहुंच जाती है जिससे यह शरीर के हर अंग पर प्रभाव छोड़ती है।
अगर आप हफ्तेभर शराब का सेवन करते हैं तो आपके लिये आने वाला जीवन काफी कठिन बनने वाला है क्योंकि अभी तो शायद आपको काफी मजा आ रहा होगा लेकिन जब बाद में शराब की वजह से आपके अंग खराब हो चुके होंगे। हो सकता है लिवर, स्तन और गले का कैंसर - शराब में कैंसर पैदा करने वाले गुण होते हैं। स्टडीज में पाया गया है कि सीधे तौर पर कैंसर का खतरा पैदा करता है। आप इसको नियमित रूप से पिएं या कभी कभार, यह सिर और गले, लिवर, स्तन और कोलोरेक्टल आदि कैंसर को बढ़ावा देती है।
शरीर में विटामिन
बी12 कम बनेगा - बी12 तंत्रिकाओं और रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने का काम करता है। यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और नव्र्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। शराब बी12 के लेवल को घटा देती है और उसका कम निर्माण करती है। इससे पुरुषों में इन्फॢटलिटी या सेक्सुअल डिस्फंक्शन की भी समस्या हो सकती है।
शरीर, कैल्शियम और विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पाता - शराब पीने से हमारी आंत कमजोर हो जाती है जिससे वह कैल्शियम और विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पाता। इन जरूरी मिनरल्स की कमी की वजह से हड्डियों पर बड़ा ही बुरा असर पड़ता है।
लिवर डैमेज - इसको ज्यादा पीने से सिरोसिस हो जाता है जिससे लिवर में घाव हो जाता है और वह ठीक से काम नहीं कर पाता। इससे इंसान की मृत्यु भी हो सकती है।
अवसाद - शराब दिमाग से निकलने वाले हार्मोन का लेवल कम कर देती है। यही वही हार्मोन होता है जो हमें अच्छा महसूस करवाता है। शराब कुछ देर के लिये तो मूड को बेहतर बनाती है लेकिन बाद में यह हमें अवसाद के घेरे में धकेल देती है।
दिमागी कमजोरी - लंबे समय तक शराब के सेवन से दिमाग सोचने-समझने तथा निर्णय लेने की क्षमता खो बैठता है। इसके अलावा डिमेन्शिया नामक बीमारी हो जाती है जिसमें व्यक्ति अपनी याददाश्त धीरे-धीरे खोने लगता है।
नपुंसकता का खतरा - अधिक मात्रा में शराब का सेवन वीर्य को नुकसान पहुंचाता है। इससे वीर्य की क्वालिटी घट जाती है। साथ ही इससे हार्मोन का संतुलन भी बिगड़ जाता है , जिससे शुक्राणुओं पर बुरा असर पड़ता है।
हृदय रोग - रिसर्च के माध्यम से पता चला है कि ज्यादा शराब के सेवन से दिल की मासपेशियां कमजोर पडऩे लगती हैं, जिससे हृदय तक पहुंचने वाला रक्त सही गति से उस तक नहीं पहुंच पाता। इसके आलावा इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई बीपी भी हो
सकता है।