योग आज दुनियाभर में लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। हमें बताया गया है कि योग करना शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। यह बात वास्तव में सही है।
हर उम्र के बहुत से लोग योगा क्लासेज में जाना शुरू करते हैं और कुछ लोग किताबों या ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स के माध्यम से घर पर भी योगाभ्यास करते हैं! व्यायाम और फिजिकल का तरीका होने के अलावा, योग एक अभ्यास है जो कि आध्यात्मिकता और मानसिक एकाग्रता प्राप्त करने में मदद करता है।
ऐसा माना जाता है कि भारत में योग की शुरुआत पूर्व वैदिक युग के दौरान हो गई थी और जो योग के आध्यात्म गुरु थे उन्होने इसे पश्चिमी देशों में पहुंचाया। योग से शरीर को होने वाले $फायदों पर रोजाना एक्स्पर्ट्स कई रिसर्च कर रहे हैं।
खोजकर्ताओं के अनुसार योग जुकाम से लेकर अस्थमा, मानसिक असंतुलन, कैंसर जैसी अनेक बीमारियों के इलाज में कारगर है। योग के बारे में कई मिथ्या बातें हैं जो लोगों को भ्रमित करती हैं।
मिथक 1 : योग के लिए लचीला शरीर चाहिए नहीं, हर किसी का शरीर पूरी तरह लचीला नहीं होता है। इसलिए, यदि आपके शरीर में ज्यादा लचीलापन नहीं है तो भी आप साधारण योगाभ्यास से शुरुआत कर सकते हैं फिर धीरे-धीरे शरीर लचीला हो जाता है।
मिथक 2 : योग केवल महिलाओं के लिए है बहुत से लोग मानते हैं कि योग करना ज्यादा भारी नहीं है इसलिए यह महिलाओं के करने का काम है पुरुषों को तो जिम में वजन उठाना चाहिए। लेकिन, योग एक व्यायाम है जो सबके लिए है। पुरुष या महिला से इसका कोई मतलब नहीं है।
मिथक 3 : योग धाॢमक लोगों के लिए है बहुत बार, लोग आध्यात्मिकता और धर्म के कारण योग से जुडते हैं। फिर भी, योग मानसिक शांति, अनुशासन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है।
मिथक 4 : योग केवल युवा लोगों के लिए है योग एक फिटनेस का तरीका है जिसका हर उम्र के लोग अभ्यास कर सकते हैं। आपको सिर्फ अपने स्वास्थ्य के हिसाब से योग चुनना है।
मिथक 5 : योग में समय ज्यादा लगता है। रोज सुबह 10 मिनट योगाभ्यास करके ताकत और स्थिरता प्राप्त की जा सकती है।
मिथक 6 : योग केवल एक ही प्रकार का होता है योग कई तरह से होता है बस आपको अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य के योग का तरीका चुनना है। उदाहरण के लिए, विन्यास योग में साँसों से संबन्धित व्यायाम होते है, हठ योग में धीरे और साधारण व्यायाम होते हैं, पावर योग में थोड़े कठिन व्यायाम होते हैं।
मिथक 7 : यदि कोई विकार या शारीरिक परेशानी है तो योग नहीं करना चाहिए योग विकारों के इलाज का तरीका है, इसलिए आप ट्रेनर की सलाह से अपने स्वास्थ्य के अनुसार योग कर सकते हैं।