सोना हमारी दिनचर्या का एक बहुमूल्य अंग माना गया है। सोते वक्त हम जिस भी पोजिशन में लेटते हैं उसका भी हमारे शरीर पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है। इंसान का एक ही करवट में रातभर लेटे रहना नामुमकिन है, आप को जिस भी करवट आराम मिलता है उस ओर सो सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाएं ओर करवट कर के लेटने से आपको कई फायदे हो सकते हैं?
बाएं ओर करवट लेट कर सोने से कई बीमारियां, दिल का रोग, पेट संबन्धित खराबी, थकान, पेट का फूलना और अन्य शारीरिक समस्याएं हल हो सकती हैं। वहीं अगर आप बाएं की जगह दाएं ओर करवट ले कर सोते हैं, तो शरीर से टॉक्सिन ठीक प्रकार से फ्लश नहीं हो पाएगी, जिस वजह से पेट की बीमारी, दिल पर ज्यादा लोड पडऩा और हार्ट रेट का बढऩा हो सकता है।
जो लोग रात को सीधे सोते हैं, उन्हें उस दौरान ठीक से सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। यह पोजीशन उन लोगों के लिये अच्छी नहीं मानी जाती जिन्हें अस्थमा या स्लीप एपनिया की बीमारी है। इसलिये आपको बाएं ओर करवट ले कर सोने की आदत डालनी चाहिये।
घातक बीमारियां होती हैं दूर - बाएं ओर करवट लेने से शरीर में जमा टॉक्सिन धीरे धीरे लसीका तंत्र दृारा निकल जाता है। इसलिये खाना हज्म हो जाये इसके लिये मुनासिब ये है कि बायीं करवट सोया जाये ताकि लीवर और हाजमे के सिस्टम पर कोई दबाव न पड़े और वह अपना काम आसानी से कर ले।
लीवर और किडनियां अच्छे से काम करती हैं - हमारे शरीर से गंदगी निकालने का सबसे ज्यादा कार्य लीवर और किडनियों का ही है। इसलिये सोते समय इन पर ज्यादा प्रेशर नहीं डालना चाहिये।
पाचन सुधारे - बाएं ओर सोने से पेट और अग्न्याशय अपना काम जो कि खाना पचाने का कार्य है, उसको आराम से करने लगते हैं। अग्न्याशय से एंजाइम सही समय पर निकलना शुरु होता है। खाया गया भोजन भी आराम से पेट के जरिये नीचे पहुंचता है और आराम से खाना ह$जम हो जाता है। जिन लोगों का हाज्मा गड़बड़ रहता है और बदहजमी की शिकायत रहती है, उन्हें डाक्टर बायीं करवट लेटने की सलाह देते हैं।
सुबह पेट आराम से साफ होता है - बाएं ओर सोने की वजह से ग्रेविटी, भोजन को छोटी आंत से बड़ी आंत तक आराम से पहुंचाने में मदद करती है। इस वजह से सुबह के समय आपका पेट आराम से साफ होगा।
दिल पर $जोर कम पड़ता है - बाएं करवट सोने से दिल पर जोर कम पड़ता है क्योंकि उस समय दिल तक खून की सप्पलाई काफी अच्छी मात्रा मे हो रही होती है। अब अगर दिल स्वस्थ रहेगा तो खून व आक्सीजन की सप्लाई आसानी से शरीर और दिमाग तक भी पहुंचेगा।
एसिडिटी और सीने की जलन - इस पोजीशन में सोने पर जो पेट का एसिड होता है, वह ऊपर की जगह नीचे की ओर ही जाता है, जिससे एसिडिटी और सीने की जलन नहीं होती।
वसा का पाचन और फैटी लिवर से बचाव - हम सभी जानते हैं कि लीवर बाइल जूस निकालता है और गॉल ब्लैडर अच्छी पाचन क्रिया के लिये जिम्मेदार है। बाएं ओर करवट कर के सोने से ये दोनों ही अपने काम ठीक प्रकार से करते हैं। इससे ज्यादा बाइल जूस निकलता है जिससे वसा ठीक प्रकार से पचता है। साथ ही लीवर में फैट जमा नहीं हो पाता।