मंडला। नर्मदा सेवा यात्रा मध्यप्रदेश के मण्डला जिले के चिर्रई डोंगरी से विश्राम के पश्चात् ग्राम ग्वारी के लिए रवाना हुई। आदिवासी गांवों में यात्रा की भव्य अगवानी के लिए समूह में परम्परागत वेशभूषा में यात्रा का स्वागत किया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार आदिवासी ग्राम चिरई डोंगरी के सरपंच ने कलश एवं झण्डे पर फूल-माला पहनाकर स्वागत किया।
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आदिवासी युवतियां सिर पर कलश रखे मंगल गान गाते हुए यात्रा के आगे-आगे चल रही थी। युवक झाँझ-मंजीरों की थाप पर नृत्य करते हुए यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। यात्रा मार्ग की बस्तियों में तोरण द्वार बने हुए थे और सभी माई रेवा के नारों के साथ उत्साहित होकर चल रहे थे। बुजुर्ग महिलाएँ भी यात्रा के साथ चल रहीं थी।
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ग्वारी गाँव में ऐसा लग रहा था मानों माँ रेवा गाँव के दरवाजों पर दस्तक दे रही हैं। इसी भावना के साथ आदिवासी ग्रामीण यात्रा का स्वागत कर रहे थे। आस-पास के आदिवासी गाँवों से लोगों के समूह का आना निरंतर जारी है। -एजेंसी
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