शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए घोड़े की नाल को काम में लेना चाहिए। घोड़े की नाल बहुत प्रभावशाली होती है, यदि काले घोड़े के अगले दाहिने पांव की पुरानी नाल हो तो यह कई गुना अधिक प्रभावशाली हो जाती है। आइए आपको बताते हैं कैसे शनि के प्रभाव को कम करती है काले घोड़े की नाल...
शनि की साढ़े साती या ढय्या चल रही हो तो किसी शनिवार को काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी विधिपूर्वक दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें। आपके बिगड़े काम बन जाएंगे और साथ ही धन लाभ भी होगा।
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काले घोड़े की नाल से एक कील या छल्ला बनवा लें, शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भर कर ये छल्ला या कील उसमें डाल कर अपना मुख देखे और पीपल के पेड़ के नीचे रख दें। इससे शनि दोष में कमी आएगी।
अपने पैसों से किसी काले घोड़े के पैरों में नाल लगवा दें, इससे भी शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं। इससे साढ़ेसाती व ढय्या के अशुभ प्रभाव में भी कमी आती है।
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एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें काले घोड़े की नाल डाल दें। अब इस कटोरी को अपने सिर से पैर तक 7 बार घुमा कर किसी सुनसान जगह पर गाड़ दें। इससे बुरी नजर भी उतर जाएगी और यदि शनि दोष होगा तो वह भी कम होगा।
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