ऐसे कई स्थान होते हैं जहां पर नकारात्मक शक्तियां अपना घर बना लेती हैं, आम भाषा में कहें तो ऐसी जगहों पर भूत-प्रेत का साया होता है। इन स्थानों को वास्तुशास्त्र में शुभ नहीं माना जाता है। इन जगहों पर रहने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है और घर में हमेशा परेशानियां और क्लेश बनी रहती है। चलिए हम आपको बताते हैं ऐसे स्थान जहां पर वास्तु के अनुसार नकारात्मक शक्तियां अपना घर बना लेती हैं....
जिस स्थान पर 43 दिन तक सूर्य की किरणों का संचालन न हो तथा घर की दीवारों पर नमी के कारण सीलन आ गई हो। इसके साथ ही घर में हवा संचालित न होने से दुर्गुन्ध आती हो ऐसे स्थान पर भूत प्रेत निवास करते हैं। वास्तुशास्त्र में ऐसे स्थान को अशुभ माना जाता है।
जिस जमीन पर पूर्वजों का मरघट स्थान हो तथा उस जगह पर कोई व्यक्ति अपना घर बना ले तो वहां नकारात्मक शक्तियां अपना स्थान बना लेती हैं। वास्तु के अनुसार ऐसी जगह पर घर बनाना शुभ नहीं माना जाता है।
पीपल अथवा बरगद को काट कर घर बनाया गया हो। ऐसी जगह को नकारात्मक शक्तियां हमेशा घेरे रहती हैं अतः घर खरीदने से पहले ये पता कर लेना चाहिए कि उस स्थान पर पहले पीपल या बरगद का पेड़ तो नहीं था।
जो घर किसी कॉलोनी अथवा सड़क का आखरी घर हो और जिसके आगे जाकर रास्ता समाप्त हो जाता हो वहां पर भी नकारात्मक शक्तियों का वास होता है।
जब किसी घर में पूर्व से सूर्य की किरणों को प्रवेश करने में बाधा उत्पन्न होती हो और उत्तर पश्चिम दिशा से वायु का संचालन बंद हो जाए। ऐसे में उस स्थान पर वास्तुदोष उत्पन्न हो जाता है और नकारात्मक शक्तियां से वो स्थान घिर जाता है।
उत्तर पूर्व दिशा से जल का स्थान दूषित हो जाए, देव स्थान या घर का मंदिर दूषित हो जाए तो उन जगहों पर नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है तथा भूत-प्रेत अपना बसेरा बना लेते हैं।