इस एक मंत्र से करें शीतला माता की उपासना और रोगों से पाएं मुक्ति

Samachar Jagat | Monday, 20 Mar 2017 11:44:40 AM
do Shantla Mata worship from this mantra

चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी और अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी के नाम से जाना जाता है। ऋतु परिवर्तन के समय शीतला माता का व्रत और पूजन करने का विधान है। शीतला माता का सप्तमी एवं अष्टमी को पूजन करने से दाहज्वर, पीतज्वर, दुर्गंधयुक्त फोड़े, नेत्र के समस्त रोग तथा ऋतु परिवर्तन के कारण होने वाले रोग दूर होते हैं । कुछ लोग होली के पश्चात आने वाले प्रथम सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन भी शीतला माता का पूजन करते हैं।

यहाँ गड़ा हुआ है परशुराम का फरसा, लोहार ने निकालने की कोशिश की तो हो गई मौत

शीतला माता की उपासना घातक व्याधि से मुक्ति के लिए होती है। ऐसी मान्यता है कि माता शीतला पूजन से प्रसन्न होकर बच्चों की रक्षा करती हैं, इस दिन व्रत करने के साथ ही शीतलाष्टक का पाठ किया जाता है और कथा सुनी जाती है। इस दिन गर्म पदार्थ नहीं खाए जाते हैं और न ही चूल्हा जलाया जाता है। इसे ‘बासौड़ा या बास्योड़ा ’ के नाम से भी जाना जाता है।

शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए सोमवार की रात को करें ये उपाय

माता शीतला का रूप :-

शीतला माता के दैविक स्वरूप का शास्त्रों में यह चित्रण है कि माता हाथ में झाड़ू रखती हैं, इससे वे सफाई की प्रेरणा देती हैं। माता के पास सूप भी रखा है, जिससे वे अनाज की सफाई एवं स्वच्छ भोजन करने की प्रेरणा देती हैं। ज्यादातर बीमारियां खराब भोजन से ही होती हैं। माता के एक हाथ में जल से भरा कलश है। माता मंगल कलश से जल छिड़क कर हमें निरोग और स्वस्थ काया प्रदान करती हैं। स्कन्द पुराण में माता शीतला का वाहन गर्दभ बताया गया है।

इस मंत्र से लें संकल्प :-

भय गेहे शीतला रोग जनितोपद्रव प्रशमनंपूर्वकापुर।
रोग्यैश्वर्यभिवृद्ध ये शीतलाष्टमी व्रतमहंकरिष्ये॥’

(Source - Google)

इन ख़बरों पर भी डालें एक नजर :-

चांदी से जुड़े ये उपाय चमका देंगे आपकी किस्मत

कहीं आपके अवगुण तो नहीं बन रहे आपकी असफलता का कारण

ईशान कोण के लिए कुछ खास वास्तु टिप्स

 



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
रिलेटेड न्यूज़
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.