देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को काफी हद तक साफ कर लिया गया है। बहरहाल भूस्खलन क्षेत्र में फंसे यात्रियों को वहां से पैदल निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। शासन और प्रशासन की ओर से छोटे वाहनों से तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम शुरू हो चुका है। उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि अभी चारधाम यात्रा मार्ग पूरी तरह सुरक्षित है। भूस्खलन क्षेत्र के मोटर मार्ग को काफी हद तक साफ कर लिया गया है और वहां से पैदल यात्रियों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इस मार्ग पर अभी वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी है।
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चमोली की पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने बताया कि अभी पैदल मार्ग खोल दिया गया है। जो तीर्थ यात्री यहां से वापस जाना चाहते हैं, उन्हें दस बसों और पचास छोटे वाहनों के माध्यम से विष्णु प्रयाग के पास स्थित हाथी पर्वत क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर भेजने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक एक हजार तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है। तीर्थ यात्रियों को भोजन के पैकेट आदि उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर कौशिक ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा परिचालन केन्द्र का निरीक्षण किया।
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निरीक्षण में सभी तैनात अधिकारी कर्मचारी मुस्तैदी से बद्रीनाथ मार्ग सहित अन्य चारधाम मार्गों एवं जनपदों की जानकारी लेते मिले। कौशिक ने कहा चारधाम यात्रा पूर्ण सुरक्षित एवं सफल ढंग से संचालित है। सरकार चारधाम यात्रा पर नजर रखी हुई है। इस सम्बंध में राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का हेल्पलाइन नम्बर 1070/0135-2710334 एवं 0135-2710335 भी कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर सचिव आपदा अमित नेगी, अधिशासी निदेशक आपदा नियंत्रण पीयूष रौतेला सहित अपर निदेशक सूचना डॉ. अनिल चन्दोला उपस्थित थे। -एजेंसी
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