ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बिल्ली राहू का प्रतीक है। यह सदेव कबूतरों, चूहों और पक्षियों का शिकार करती है। चूहे तथा पक्षी केतु ग्रह का प्रतीक माने जाते हैं। जिस घर में चूहे या पक्षियों का शिकार बिल्ली द्वारा किया जाता है वहां राहू का प्रबल और केतु का निर्बल हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में बिल्ली से जुड़े बहुत से अपशकुन हैं, ये इस प्रकार हैं...
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यात्रा पर जाते समय बिल्ली रास्ता काट दे तो ऐसी मान्यता है कि काम बिगड़ जाता है, अतः कुछ समय के लिए लोग अपना जाना स्थगित कर देते हैं।
कुछ जगहों पर तो बिल्लियों का दिखाई देना या इसकी आवाज को भी अपशकुन माना जाता है।
सोते समय बिल्ली का व्यक्ति पर गिरना उसकी मृत्यु का प्रतीक माना जाता है।
बिल्ली का रोना तथा आपस में लड़ना गृहक्लेश का सूचक है।
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यदि बिल्ली किसी वृद्ध स्त्री के सिर पर पंजा मार दे तो उस स्त्री के नाती-पोतों पर संकट पैदा हो जाता है।
बिल्ली का चुपके से दूध पी जाना धन के नाश का प्रतीक है।
बिल्ली का पालना भी अशुभता का प्रतीक माना जाता है।
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