चित्तौडग़ढ़ । आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के शिष्य मुनिश्री प्रमाणसागरजी महाराज ने गुरुवार शाम को दुर्ग स्थित कीर्ति स्तम्भ भगवान मल्लिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में श्रावकों की समस्याओं का समाधान किया।
मुनिश्री ने कहा कि आंतकवाद एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है, इसके निदान के लिए समाज को आत्मवाद अपनाकर आंतकवादियों से भी अंतिम समय तक समझाइश का प्रयासकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोडऩे का प्रयास करना चाहिए। जैन सिद्धांत आतंकवाद से निपटने का सरल एवं अहिंसक समाधान है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद की जड़ को पहचानकर उनको उकसाने वालों की मंशा को निष्फल करने के लिए जैन धर्म में और भी कई अहिंसक समाधान है जिनको भी अपनाने से आतंकवाद का समाधान हो सकता है। इस अवसर पर उन्होंने अजमेर में शाकाहार अपनाने का संकल्प लेने वाली मुम्बई के यूनिवर्सल बिजनेश स्कूल करजत में अध्ययन करने वाली चित्तौडग़ढ़ निवासी छात्रा दिशा अग्रवाल का उदाहरण बताया, जिसने हाल ही में वर्षों से स्कूल की भोजनशाला में मांसाहार एवं शाकाहार के एक साथ बनाने की परम्परा को अहिंसात्मक आंदोलन से 7 दिन तक भोजन नहीं कर सत्याग्रह किया तथा अलग-अलग भोजनालय बनवाया, जहां करीब 500 छात्राओं का भोजन तैयार होता था। छात्रा की अहिंसात्मक जिद के आगे स्कूल प्रशासन को झुकना पड़ा।
मुनिश्री ने कहा कि इसी प्रकार सम्पूर्ण देश में भी इस तरह की पालना एवं अनुसरण होना चाहिए। मुनिश्री ने शुक्रवार को प्रात: कीर्र्ति स्तम्भ के भीतर एवं बाहरी शिल्पकला को देखा और बताया कि जैन धर्म की यह स्थापत्य कला कहीं देखने को नहीं मिलती है। इसका संरक्षण एवं संवद्र्घन समय की दरकार है। इसके बाद मुनिश्री ने विजयस्तम्भ, मीरा मंदिर एवं जौहर कुण्ड तथा मार्ग में गोराजी, कल्लाजी की छतरियों के इतिहास की श्रावकों से जानकारी ली।
इसके बाद मुनिश्री का विहार अहिंसा नगर ओछड़ी स्थित मुनि समीर पावन धाम पर हुआ। जहां मार्ग में दर्जनों जगह मुनिश्री का पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती की गई। विहार में राजकुमार गदिया, महेन्द्र टोंग्या, ओमप्रकाश गदिया, राजकुमार बैद, रमेश अजमेरा, मनोहरलाल अग्रवाल, महिला मण्डल अध्यक्ष मधु अग्रवाल सहित सैंकड़ों श्रावक उपस्थित थे। अहिंसा नगर में चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी, भाजपा नेता रघु शर्मा ने मुनिश्री प्रमाणसागरजी एवं मुनिश्री विराटसागरजी के चरणों में श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया।
यहां मुनिश्री ने दुर्ग स्थित जैन धर्म की विश्व धरोहर कीर्ति स्तम्भ पर महामस्तकाभिषेक की पुरातत्व विभाग से लम्बित स्वीकृति को दिलाने के सार्थक प्रयास करने के लिए सांसद को कहा तथा वर्तमान में मांस के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाने के प्रयास के लिए कहा। जिससे यहां किसी भी प्रकार के पशुवध पर पाबन्दी लगनी चाहिए। ताकि पूरा भारत शाकाहारी देश के नाम से पूरे विश्व में जाना एवं पहचाना जाए।
मुनिश्री का शंका समाधान कार्यक्रम शुक्रवार शाम अहिंसा नगर में ही आयोजित हुआ। जिसमें उन्होंने करीब दो दर्जन श्रावकों की जिज्ञासा को शांत किया। मुनि श्री का मंगल विहार अहिंसा नगर से शनिवार को प्रात: सवा पांच बजे निम्बाहेड़ा मार्ग की ओर होगा। निम्बाहेड़ा से पूर्व उनकी आहारचर्या सम्पन्न हुई।