वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हजारों लोगों ने कल व्हाइट हाउस के समक्ष एवं अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किया और इस दौरान हिंसक झड़पों में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए,जबकि इस सिलसिले में पुलिस ने लगभग 217 लोगों को हिरासत में लिया। सैकड़ों प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए सडक़ों पर उतर आये और कई ब्लैक-क्लेड कार्यकर्ता समेत अन्य प्रदर्शनकारी समूहों की पुलिसकर्मियों के साथ भिड़ंत भी हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और बोतलें फेंकी। इसके जवाब में पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले और हथगोले छोड़े। मेट्रोपोलिटियन पुलिस विभाग के अंतरिम प्रमुख पीटर न्यूजहेम ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इन भहसक वारदातों में छह अधिकारी घायल हो गए हैं।
हिरासत में लिए गए लोगों को शनिवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। सभी प्रदर्शनकारी ट्रंप के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे और ‘ट्रंप राष्ट्रपति नहीं है’तथा‘नस्लवाद से एक बार फिर डराओ’लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
69 वर्षीय एक सेवानिवृत शिक्षक बेन एलेन ने बताया कि लोग हंगामा करके ट्रम्प को पहले ही रोकना चाहते हैं। हम देश में सभी के अधिकारों का समर्थन करते हैं। इसमें इससे कोई लेना-देना नहीं है कि उसकी राष्ट्रीयता, धर्म और शरीर का रंग क्या है। हमें एक इंसान की इज्जत करनी चाहिये लेकिन ये लोग जो प्रदर्शन कर रहे हैं वे किसी की इज्जत नहीं करते।