वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेवल बैन की नीति का असर अमेरिका के विश्वविद्यालयों में दिखने लगा है। वहां के विश्वविद्यालयों में पढ़ने की इच्छा रखने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
देश के दस सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में इसका सीधा असर देखने को मिला है। यहां 27,000 छात्रों में सिर्फ 1900 अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ कलिजिएट रजिस्ट्रार्स के मुताबिक, विभिन्न कॉलेजों में विदेशी छात्रों द्वारा किए जाने वाले आवेदन में करीब 40 प्रतिशत की गिरावट आई है।
सबसे कम आवेदन इस बार पश्चिम एशिया के स्टूडेंट्स की तरफ से मिले है। अधिकारियों के मुताबिक ट्रंप द्वारा ट्रेवल बैन की घोषणा के बाद यहां पर आने वाले छात्रों के मन में चिंता के भाव आने लग गए हैं।
ग्रेजुएशन के लिए यहां आने वाले छात्रों की संख्या में ट्रंप के आदेश के बाद करीब 50 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है। इससे उन विषयों को लेकर चिंता बढ़ गई है जो सिर्फ अंतरराष्ट्रीय छात्रों को पढ़ाए जाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय छात्र अमेरिका की अर्थव्यवस्था में हर साल 32 अरब डॉलर का योगदान देते हैं। गत दशक में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की आवक देश में बढ़ी थी और पिछले साल ही यह आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया था।