वॉशिंगटन। राष्ट्रपति चुनाव में जीतने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप के सुर भी बदलते नजर आ रहे हैं। एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने हिलेरी को जेल भेजने सहित कई अहम मुद्दों पर यू-टर्न लेने के संकेत दिए हैं। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को जेल भेजने का वादा किया था। साथ ही जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दे पर भी सख्त रुख अपनाया था। ट्रंप ने कहा था कि ग्लोबल वॉर्मिंग महज अमेरिका के उत्पादन क्षेत्र पर प्रभाव डालकर उसे बाजार से बाहर करने की साजिश है।
लेकिन, मंगलवार को ट्रंप ने एक इंटरव्यू के दौरान इन वादों से यू-टर्न लेने के संकेत दिए है। हिलरी पर अभियोग चलाने की बात से इस तरह पीछे हटना काफी अहम माना जा रहा है। यह वादा उनके पूरे चुनावी अभियान के सबसे बड़े मुद्दों में से एक था। क्लिंटन जब सेक्रेटरी ऑफ स्टेट थीं, उस दौरान निजी ईमेल सर्वर इस्तेमाल करने के इस मामले ने अमेरिकी चुनाव के दौरान काफी तूल पकड़ा। हिलरी खुद भी मानती हैं कि उनके चुनाव हारने के पीछे सबसे बड़ी भूमिका इसी मुद्दे ने निभाई। राष्ट्रपति बनने के बाद अपने कारोबार से दूरी बनाने में अपरंपरागत रवैया अपनाने की बात हो या फिर शासन चलाने और मीडिया के साथ रिश्तों को लेकर अपने परिवार से सलाह लेने की बात हो, ट्रंप ने अपना पक्ष बदलने का इशारा किया। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि वह कई चीजों को लेकर अतिवादी रवैया अपनाने के मंशा नहीं रखते हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने वादा किया था कि वह एक विशेष वकील नियुक्त कर हिलरी क्लिंटन द्वारा कथित तौर पर किए गए ईमेल स्कैंडल की जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि मैं क्लिंटन परिवार को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता हूं। मैं ऐसा सच में नहीं करना चाहता। वह बहुत मुश्किलों से गुजरी हैं और कई तरह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी है। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होंने कहा, मैं इसे काफी करीबी से समझने की कोशिश कर रहा हूं।
चुनाव से पहले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जलवायु संधि से अमेरिका को बाहर निकालने की बात कही थी। अब इंटरव्यू में उन्होंने अपना यह वादा दोहराने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, इस मुद्दे के प्रति मेरे दिमाग में कोई पूर्वाग्रह नहीं है। साफ पानी और साफ हवा बेहद जरूरी हैं। ये जवाब ट्रंप द्वारा पहले कही गई बातों से बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज को चीन द्वारा गढ़ा गया झूठ बताया था। साथ ही, ट्रंप ने ग्लोबल वॉर्मिंग को सीमित करने की दिशा में हुए अहम पैरिस समझोते को रद्द करने की भी बात कही थी।