मोनरोविया (अमेरिका)। इबोला महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में उत्कृष्ट योगदान के लिए टाइम मैगजीन द्वारा पर्सन ऑफ द ईयर चुनी गईं नर्स सलोमे कारवाह की बेटे को जन्म देने के बाद मौत हो गई। समाचार-पत्र डेली मेल ने उनके पति जेम्स हैरिस के हवाले से कहा है कि सलोमी ने ऑपरेशन के जरिए 17 फरवरी को बेटे जेरामियाह को जन्म दिया, लेकिन इबोला मरीजों की देखभाल करने के कारण अन्य चिकित्सक उन्हें छूने तक को तैयार नहीं थे, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। लाइबेरिया की रहने वाली चार बच्चों की मां सलोमी की जांच में इबालो पोने की पुष्टि नहीं हुई थी, लेकिन बच्चे को जन्म देने के बाद उन्हें समस्या पैदा हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। हैरिस ने कहा कि उनकी पत्नी बेहोश हो गई थीं और उनके मुंह से झाग निकल रहा था।
उन्होंने कहा, चिकित्सक फेसबुक चला रहे थे। नर्से मदद के लिए आईं, लेकिन चिकित्सक ने मुझसे कहा कि वे सलोमी को नहीं छुएंगी और यदि सलोमी अस्पताल में रहीं तो वह मर जाएगी। हैरिस ने कहा कि अस्पताल के कर्मचारियों ने सलोमी का इलाज जल्दी शुरू नहीं किया क्योंकि वे इबोला महामारी से बच निकले लोगों के प्रति अंधविश्वास से ग्रस्त थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी फ्रांसिस केच ने कहा, हमें मामले की पूरी जांच करनी होगी। साल 2014 में इबोला प्रकोप से सलोमी कारवाह ने अपने माता-पिता और भाई को खो दिया था।