काहिरा। मिस्र की एक अदालत ने पत्रकार संघ के प्रमुख और दो अन्य पत्रकारों को वांछित पत्रकारों को शरण देने और गलत समाचार प्रकाशित करने के मामले में आज दो साल की कैद की सजा सुनायी।
एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने अदालत की इस फैसले की आलोचना करते हुये इसे मीडिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ कार्रवाई का एक नया चरण करार दिया है।
यह फैसला मिस्र में अर्थव्यवस्था कमजोर होने की बाद राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी के खिलाफ बढ़ रहे विरोध को मिस्र के अधिकारियों की ओर से दबाने के प्रयास के बीच आया है।
सजा सुनाए गए पत्रकारों में शामिल मिस्र पत्रकार संघ के प्रमुख येहिया कालाश, महासचिव गमाल अब्दुल रहीम एवं अवर सचिव खालिद अल बाल्शी मामले के खिलाफ अपील कर सकते हैं। सभी के लिये जमानत की राशी 10000 मिस्र पाउंड (623 डॉलर) तय की गयी है।
पत्रकार संघ प्रमुख कालाश ने फैसले के बाद केंद्रीय अधिकारियों और पत्रकारों से कहा,हम तीनों को सजा दी गयी है लेकिन यह हम सभी इसका निशाना हैं।