सोल। दक्षिण कोरिया के अभियोजन पक्ष ने सोमवार को कहा कि वे अपदस्थ राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हे की गिरफ्तारी वारंट की मांग करेंगे ताकि बड़े व्यवसायियों से रिश्वत लेने के आरोपों की जांच के दौरान उनसे 20 दिनों तक जेल में पूछताछ की जा सके।
पार्क ग्यून-हे (65) वर्षीय पार्क दक्षिण कोरिया की पहली लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राष्ट्रपति बनी थी लेकिन इस माह संवैधानिक कोर्ट ने उन्हें संसदीय अभियोग की मदद से पद से हटा दिया था।
पार्क पर अपनी एक मित्र की मदद करने का आरोप था। हालांकि पार्क और उनकी मित्र ने इन आरोपों से इनकार किया है। अभियोजन पक्ष के कार्यालय ने इस वारंट की मांग करते हुए कहा कि इसमें संदेह है कि पार्क इस दौरान सबूत को नष्ट करने का प्रयास करेंगी।
कार्यालय ने कहा कि यह मामला बहुत ही गंभीर है क्योंकि संदिग्ध ने शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए कंपनियों को पैसे देकर कॉर्पोरेट प्रबंधन की स्वतंत्रता का उल्लंघन किया है।
पार्क वर्तमान में हिरासत से बाहर चल रही है और गत हफ्ते ही उनसे 14 घंटों तक पूछताछ हुई थी। यदि अदालत पार्क के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर देती है तो वे देश की तीसरी पूर्व राष्ट्रपति बन जाएगी जिन पर हिरासत के दौरान पूछताछ की जाएगी।