बर्लिन। उत्तरी अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ शहर में जर्मनी के वाणिज्य दूतावास में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और स्थानीय लोगों समेत कुल 60 लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक कार को दूतावास की इमारत में टक्कर मार दी जिसके कारण विस्फोट हुआ।
पॉट्सडैम में जर्मन सेना की संयुक्त सैन्य कमान के एक प्रवक्ता ने बताया कि विस्फोट के बाद वहां गोलियों की आवाजें भी सुनाई दीं। एक अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि हमले में स्थानीय लोगों समेत कुल 60 लोग घायल हुए हैं जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जर्मन प्रसारक डॉयचे वेले ने बताया कि इस हमले की काम्मिेदारी तालिबान ने ली है।
तालिबान के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में कुंदूज में गठबंधन सेनाओं की ओर से किए गए हमले का बदला लेने के लिए उसने यह हमला किया। गठबंधन सेनाओं की ओर से किए गए उस हमले में कथित तौर पर कई नागरिक भी मारे गए थे। उज्बेकिस्तान की सीमा से सटा हुआ मजार-ए-शरीफ अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है।
शहर के बाहर नाटो का एक शिविर है जिसकी कमान जर्मनी के हाथों में है। नाटो के एक प्रवक्ता के अनुसार गठबंधन सेना इस आत्मघाती हमले की जांच कर रही है। जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर अभी कोई भी टिप्पणी नहीं की है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान का मजार-ए-शरीफ शहर पहले भी तालिबान के निशाने पर रहा है।