आतंकवाद अब दुनिया में हर जगह हावी होता दिख रहा है। चाहे भारत हो अमेरिका हो या फिर इराक अब इसके निशाने पर ब्रिटेन भी हैै। हालांकि ऐसा नहीं की ब्रिटेन में पहली बार आतंकी हमला हुआ है, इससे पहले भी ब्रिटेन इस दंश को झेल चुका है।
बुधवार को लंदन में ब्रिटिश संसद को निशाना बनाया गया। संसद और उसके आसपास तीन आतंकी वारदात में पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें एक हमलावर भी शामिल है। 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ब्रिटिश संसद पर हुए इस हमले की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप,रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ विश्व के कई देशों के अध्यक्षों ने कड़े शब्दों में निंदा की है। इस मुश्किल घड़ी में सभी ब्रिटेन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
इस आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से बात की और दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिए अपनी सरकार के पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया।
उधर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस हमले के बारे सुनकर वह चैंक गए थे। साथ ही इस कायरतापूर्ण हमले में मारे गए लोगों के लिए उन्हें दुख है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा ने इस हमले को बीमार और भ्रष्ट’ लोगों की मानसिकता करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं उन पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों की असाधारण बहादुरी की सराहना करती हूं, जो खतरे के सामने डटे रहे।
हमें अपनी पुलिस पर गर्व है। साथ ही बता दें कि हम ऐसे हमलों से डरने वाले नहीं है। लंदन को कुछ नहीं होगा। ये महान शहर बाकी दिनों की तरह फिर जागेगा। इसके साथ ही उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।