इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना ने आज घोषणा की कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान टीटीपी के पूर्व प्रवक्ता और तालिबान से अलग होकर बने एक समूह के खूंखार आतंकवादी एहसानुल्लाह एहसान ने सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ़ूर ने संवाददाताओं से कहा कि जमात-उल-अहरार आतंकवादी समूह के खूंखार आतंकी एहसान ने पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
तहरीक-ए-तालिबान के पूर्व प्रवक्ता के तौर पर पाकिस्तान में हिंसा का जाना पहचाना चेहरा बना एहसान 2014 के सैन्य अभियान ‘जर्ब-ए-अज्ब’ के बाद इस्लामिक स्टेट से जुड़े जमात-उल-अहरार में शामिल हो गया था।
मेजर जनरल गफूर ने कहा कि यह पाकिस्तान के लिए बड़ी उपलब्धि है कि ‘‘हमारे बड़े दुश्मन’’ आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
उन्होंने आत्मसमर्पण के बारे में और जानकारियां साझा नहीं की।
वर्ष 2014 में टीटीपी में फूट पडऩे के बाद एहसान तालिबान से अलग हुऐ एक नए आतंकवादी समूह जमात-उल-अहरार का प्रवक्ता बन गया था।
एहसान ने उस वक्त कहा था कि टीटीपी के 70 से 80 फीसदी कमांडर और लड़ाके भी नए आतंकवादी समूह में शामिल हुुए थे।
इस वर्ष लाहौर के माल रोड़ पर हुए भयानक हमले के पीछे जमात-उल-अहरार का ही हाथ था। इस हमले में 13 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा घायल हुए थे।
जमात-उल-अहरार ने 31 मार्च को पराचिनार में एक हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 24 लोग मारे गए थे और 68 लोग घायल हुए थे।