संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र संघ (संरा) ने कहा है कि सीरिया में लगभग 10 लाख लोग बंधक की जिंदगी जी रहे हैं जो गत वर्ष की तुलना में दोगुनी है। सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के आपातकालीन राहत संयोजक स्टीफन ओ ब्रायन ने कहा है कि इस देश में फंसे हुए लोगों का आंकड़ा पिछले छह महीने में 486700 से बढक़र 974080 हो गया है।
उन्होंने कहा, लोगों को अलग अलग रखने, भूखा, बमबारी के साये में, चिकित्सा और मानवीय सहायता से वंचित रखा गया है ताकि ये लोग या तो भाग जाएं या फिर समर्पण कर दें। ओ ब्रायन ने इसके लिए वहां की बशर अल असद सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि क्रूरता की सोची समझी रणनीति प्रमुख रूप से राष्ट्रपति बशर अल असद के नेतृत्व वाली सेनाएं इस्तेमाल कर रही हैं।
घेराबंदी के दायरे में आने वाले नए इलाकों में विद्रोहियों के कब्जे वाले दमिश्क के उपनगर जोबार, हजार अल असवाद और खान अल शिह शामिल हैं। इसके अलावा राजधानी के बाहर पूर्वी घोउटा के खेती वाले इलाके की भी घेराबंदी हो गई है।
ओ ब्रायन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को स्थिति से अवगत कराते हुए कहा, जिन लोगों ने घेराबंदी कर रखी है वह यह अच्छी तरह से जानते हैं परिषद इन लोगों को रोकने के लिए कदम उठाने की या तो अपनी इच्छा को लागू करने में अक्षम है या फिर ऐसा करना ही नहीं चाहती हैं।