कोलंबो। श्रीलंका के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी एसएलएफपी नए संविधान में एक संघीय ढांचे के लिए तैयार नहीं होगी। मंत्री ने यह बात तब कही है जब तमिल समूह संघीय ढांचे के समर्थन की बात कह रहे हैं।
परिवहन मंत्री निमल सिरीपाला डी सिल्वा ने कांडी नगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी पार्टी वर्तमान संविधान सुधार प्रक्रिया में तीन चीजों की मजबूती से पक्षधर है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बौद्ध धर्म की स्थिति कमजोर नहीं की जानी चाहिए, प्रांत का एकात्मक चरित्र का संरक्षण होना चाहिए और एक संघीय व्यवस्था नहीं हो सकती।’’
श्रीलंका फ्रीडम पार्टी एसएलएफपी यूनिटी सरकार में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की युनाइटेड नेशनल पार्टी यूएनपी के साथ एक साझेदार है।
वर्तमान 1978 संविधान को बदलने की प्रक्रिया इस वर्ष जनवरी में शुरू हुई थी जब संसद को एक संविधान सभा में तब्दील कर दिया गया था।
संविधान सभा की बैठक एक बार फिर दिसम्बर में होनी है जिसमें छह उप समितियों की रिपोर्ट पर विचार होगा।
डी सिल्वा ने कहा कि संसद सभी राजनीतिक पार्टियों की हिस्सेदारी से एक मसौदा संविधान तैयार करेगी।