मास्को। रूस ने आज कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के संस्थापक विधान से अपना हस्ताक्षर वापस ले रहा है। इसने कहा है कि यह न्यायालय अंतराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहा है।
रूस ने साल 2000 में रोम विधान पर हस्ताक्षर किया था जिससे आईसीसी की स्थापना हुई थी। यह विश्व का पहला स्थाई युद्ध अपराध न्यायालय है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि न्यायालय खुद से जुड़े देशों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। इसने इसके काम को एकतरफा और निष्प्रभावी बताया।
मास्को ने कहा है कि यह 2008 में पड़ोसी जार्जिया के साथ रूस के संक्षिप्त युद्ध के मामले पर आईसीसी के बर्ताव से नाखुश है।
मंत्रालय ने कहा कि इस हालात में कोई अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में विश्वास की बात नहीं कर सकता।