बीजिंग। अमेरिका के मानवाधिकार रिकॉर्ड से संबंधित चीन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव ‘तमाशा’ था क्योंकि उस अमेरिका में लोकतंत्र के पाखंडी स्वभाव को बेनकाब करते हुए लड़ा गया जहां नस्ली भेदभाव गंभीर रूप ले रहा है।
‘जैसे को तैसा’ वाली कहावत पर अमल करते हुए चीन ने अमेरिका की मानवाधिकार की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की है। अमेरिका हर साल चीन और अन्य देशों में मानवाधिकार की स्थिति पर रिपोर्ट जारी करता है। चीन की आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन के बीच मुकाबले को धनबल की राजनीति और पैसे के लिए सत्ता वाले सौदों ने नियंत्रित किया।
रिपोर्ट के अनुसार इस राष्ट्रपति चुनाव में मत प्रतिशत और समर्थन की स्थिति काफी निचले स्तर पर पहुंच गई। इसमें कहा गया है कि साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में करीब 55 फीसदी मतदान हुआ जो पिछले दो दशकों में सबसे कम था क्योंकि अमेरिकी लोग चुनाव को लेकर निराश हैं अथवा गुस्से में हैं। -(एजेंसी)