काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने देश की यात्रा पर आए भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से आज शिष्टाचार मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने आज शाम मुखर्जी से मुलाकात की और काठमांडू में उनका स्वागत करने में अपनी प्र्रसन्नता जताई।
प्रचंड ने गत सितम्बर में भारत की अपनी हाल की यात्रा के दौरान राजधानी दिल्ली में अपनी मुलाकातों को याद करते हुए कहा, ‘‘ऐसी उच्चस्तरीय बैठकों से नेपाल और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।’’
मुखर्जी गत 18 वर्षों में नेपाल की यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति हैं। उन्होंने संविधान लागू करने में नेपाल की ओर से किए गए प्रयासों की प्रशंसा की।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘नेपाल की प्रगति और विकास हासिल करने के प्रयासों में भारत उसके साथ खड़ा है।’’
उन्होंने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की जिसमें आंदोलनरत मधेसी पार्टियों के नेता भी शामिल थे। मधेसी समुदाय के लोग संसद में बेहतर प्रतिनिधित्व और नए संविधान के संघीय ढांचे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इससे पहले नेपाल की तीन दिवसीय यात्रा पर आए मुखर्जी ने अपने दिन की शुरुआत ऐतिहासिक पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने से की।
बाद में काठमांडू विश्वविद्यालय ने मुखर्जी को अंतरराष्ट्रीय संबंधों एवं लोक प्रशासन में उनके योगदान और एक सफल राजनीतिक करियर के लिए डी. लिट की मानद उपाधि प्रदान की।
मुखर्जी ने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कल चर्चा की।