विनीपिग/मानीटोबा। कनाडा में मानीटोबा प्रांंत में जानलेवा इबोला विषाणु पर शोध कार्य कर रहा एक कनाडाई प्रयोगशाला कर्मचारी संक्रमित सुअर की चपेट में आ गया है। सरकारी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।
कनाडा खाद्य निगरानी एजेंसी के नेशनल सेंटर फार फारेन एनीमल डिजीजेज के निदेशक जान क्राप्स ने बताया कि प्रयोगशाला से जाने से पहले उस कर्मचारी ने अपने सुरक्षात्मक सूट में एक हल्का कट देखकर अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया। यह कर्मचारी एबोला संक्रमित छह सुअरों को इन्टरफेरोन प्रोटीन के इंजेक्शन लगा रहा था ।
उन्होने बताया कि सुरक्षा मानकों के चलते इस कर्मचारी को कडी निगरानी में 21 दिनों तक सबसे अलग रखा जाएगा और उसने इसके लिए अपनी सहमति दे दी है।
कनाडा जन स्वास्थ्य एजेंसी की उप मुख्य जन सुरक्षा अधिकारी थेरेसा टैम ने बताया कि इस कर्मचारी को एबोला से बचाव के लिए दी जाने वाली वैक्सीन लगा दी गई है। हांलाकि कनाडा में अभी तक किसी व्यक्ति के एबोला वायरस से पीडित होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में पश्चिमी अफ्रीका में एबोला संक्रमण से हजारों लोगों की मौत हो गई थी और इसी प्रयोगशाला में एबोला से बचाव की वैक्सीन इजाद की गई थी। -एजेंसी