लाहौर। दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक, पाकिस्तान के लाहौर पर पिछले कुछ दिनों से धुंध की पतली चादर छाए रहने से हजारों लोगों ने आज सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन की शिकायत की।
शहर के सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्से में खतरनाक ‘अति सूक्ष्म तत्व’ विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिश के स्तर से चार गुना ज्यादा प्रति घन मीटर 104 माइक्रोग्राम से ज्यादा दर्ज किया गया।
दृश्यता घट कर 20 मीटर से भी कम रह गई और लोगों को सांस लेने के लिए मास्क लगाने को मजबूर होना पड़ा।
पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी नसीमुर रहमान ने पंजाब क्षेत्र में औसत से कम बारिश को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया।
स्थानीय पुलिस अधिकारी असलम गोंडल ने बताया कि लाहौर इस्लामाबाद मोटरवे पर गहरे धुंध की वजह से 16 गाडिय़ां के आपस में टकराने की दो घटना में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गए।