काठमांडू। नेपाल पुलिस ने मासिक धर्म के दौरान गांव के बाहर एक अस्थाई जगह रखे जाने पर दम घुटने से 15 साल की लडक़ी की मौत की जांच शुरू की है। इस प्राचीन हिन्दू प्रथा पर सरकार ने एक दशक पहले पाबंदी लगा दी थी।
पुलिस ने कहा कि नौवीं कक्षा में पढने वाली पीडि़ता 18 दिसंबर को अछाम जिले के गागरा में गौशाला में मृत मिली थी।
बीबीसी नेपाल ने खबर दी कि पुलिस का कहना है कि लडक़ी की मौत सर्दी के मौसम में खुद को गर्म रखने के लिए आग जलाने के बाद दम घुटने से हुई।
छौपाड़ी नाम की इस सामाजिक प्रथा के तहत मासिक धर्म के समय लड़कियों और महिलाओं को गांव के बाहर छोटे से अस्थाई स्थल में रखा जाता है। इस प्राचीन हिन्दू प्रथा के तहत मासिक धर्म के समय लड़कियों को अस्वच्छ मानते हैं।