काठमांडो। शांति प्रक्रिया के दौरान पार्टी से हटा दिए जाने से नाराज पूर्व माओवादी बाल सैनिकों ने नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड की पार्टी सीपीएन माओवादी-सेंटर के कार्यालय में ताला लगा दिया जिससे सात नेता इमारत के अंदर फंस गए। कल से नेता कार्यालय में ही बंद हैं।
पूर्व नाबालिग छापामार लड़ाकों ने तब तक तालाबंदी जारी रखने की धमकी दी है जबतक कि सत्तारूढ़ दल उनके साथ हुए समझौतों का कार्यान्वयन नहीं करता। पूर्व लड़ाकों की उम्र अब 20 से ज्यादा है और वे रोजगार पाने और अपने बच्चों का पालन पोषण करने में संघर्ष कर रहे हैं। वे उचित पुनर्वास एवं मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
डिस्चाज्र्ड पीपुल्स लिबरेशन आर्मी स्ट्रगल कमिटी डीपीएलएएससी के प्रमुख लेनिन बिष्ट ने कहा, ‘हमने पार्टी के लिए लडऩे में अपना बचपन खो दिया। अब हमारे नेता सत्ता का सुख भोग रहे हैं जबकि हमें आजीविका अर्जन में संघर्ष करने के लिए छोड़ दिया गया है।
कम से कम छह नेताओं ने कहा कि मुख्य दरवाजा बंद होने के कारण वे पार्टी कार्यालय से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
नेपाल में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय ने तत्कालीन विद्रोही सीपीएन माओवादी के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 4,008 सैनिकों को यह कहकर निकाल दिया था कि वे नाबालिग हैं और उनकी भर्ती देरी से की गई।