काठमांडू। नेपाल और चीन ने आज सुरक्षा और दोनों देशों के बीच सडक़ विस्तार पर चर्चा की ।
गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने एक दिन पहले ही कहा था कि भूआवेष्टित देश बीजिंग के ‘वन बेल्ट, वन रोड’ परियोजना का हिस्सा बनना चाहता है।
चीन के रक्षा मंत्री जनरल चांग वानक्वान ने नेपाल के उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री बिमलेन्द्र निधि से भेंट की और नेपाल-चीन संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की ।
उन्होंने सीमा संबंधी सूचनाएं आदान-प्रदान करने सहित अर्थव्यवस्था और सुरक्षा समझौतों को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
हालांकि, उनका मुख्य ध्यान दोनों देशों के बीच सडक़ मार्ग के जरिए संपर्क को बढ़ाने पर रहा। इसमें तातोपानी सीमा चौकी के रास्ते व्यापार फिर से शुरू करने पर भी चर्चा हुई। यह व्यापार मार्ग 2015 में आए भीषण भूकंप के बाद से बंद है।
दुनिया की सबसे बड़ी सेना के प्रमुख जनरल चांग कल ही नेपाल दौरे पर आए। वह पिछले 16 वर्षों में नेपाल आने वाले पहले चीनी सेना प्रमुख हैं।
जनरल चांग ने आज नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से भी भेंट की।
चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल का प्रशिक्षण केन्द्र बनाने के लिए चीन तकनीकी और सहायता मुहैया कराएगा।