मर्राकेश। भारत ने मोरक्को में यहां चल रहे जलवायु शिखर सम्मेलन में देश के जल संसाधन परिदृश्य पर आज एक प्रस्तुति दी। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन अनुकूलनशीलता पर मंथन चल रहा है।
‘जलवायु परिवर्तन अनुकूलन - जल संसाधन संरक्षण’ पर खुले सत्र के दौरान अधिकारियों ने भारत में जल संसाधन परिदृश्य को रेखांकित किया और राष्ट्रीय जल मिशन पर प्रस्तुति दी।
जलवायु परिवर्तन के प्रभावों में कमी और अनुकूलन के लिए राष्ट्रीय जल मिशन की ओर से की गई पहलों, खासकर जल संसाधनों, पर चर्चा की गई।
केंद्रीय भूजल बोर्ड के सदस्य वित्त आरिज मोहम्मद ने जल संरक्षण के विभिन्न पारंपरिक स्वरूपों को जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए एक रणनीति के तौर पर पेश किया और भूजल संसाधनों के जलदायी स्तर के मानचित्रण का ब्योरा दिया।
जल संसाधन मंत्रालय के संयुक्त सचिव नीति एवं योजना संजय कुंडु ने नमामी गंगे कार्यक्रम में जनसहभागिता की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि मंत्रालय इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों से साझेदारी कर काम कर रहा है।