लंदन। ब्रिटिश संसद पर आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार खालिद मसूद के अतिवादी होने के बारे में 2010 में ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी को पता चला था।
समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ के अनुसार एमआई-5 को छह साल पहले मसूद के अतिवादी हो जाने के बारे में उस वक्त पता चला था जब वह सउदी अरब से ब्रिटेन लौटा था। वह सउदी अरब में अंग्रेजी पढ़ाता था।
बहरहाल, 52 साल का मसूद ब्रिटेन की खुफिया अधिकारियों की निगरानी से हट गया था और फिर बीते बुधवार को उसने संसद के बाहर हमले को अंजाम दिया।
इंग्लैंड के केंट क्षेत्र में पैदा हुए मसूद का नाम पहले आंद्रियान रसेल आजाओ था। बाद में उसने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने पिछले सप्ताह हाउस ऑफ कॉमंस में जो बयान दिया था उसमें भी मसूद को लेकर कुछ इसी तरह की जानकारी दी गई थी।