कैनबरा। दो कनाडाई वकीलों ने ऑस्ट्रेलिया की संसद में सोमवार को सांसदों से एक ऐसा प्रस्ताव पारित करने की अपील की है, जिसमें कहा गया है कि चीन से कैदियों के अंग निकालने के काम को बंद करने के लिए कहा जाना चाहिए। पूर्व वकील और एशिया-प्रशांत के लिए कनाडा के विदेश मंत्री डेविड किलगोर और मानवाधिकारों के वकील डेविड मतास ने कुछ ऐसे साक्ष्य प्रकाशित किए हैं, जो उनके अनुसार यह दिखाते हैं कि चीन ने एक साल में 60 हजार से एक लाख प्रतिरोपण किए।
यह अंग प्रमुखत मुस्लिम उइगर, फालुन गोंग अनुयायियों, तिब्बती बौद्धों और ईसाइयों से लिए गए। चीन ने कहा कि उसने पिछले साल 10,057 अंगों का प्रतिरोपण किया था और उसने जनवरी 2015 के बाद से सजा पाए कैदियों के अंगों को नहीं निकाला है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने जून में एक प्रस्ताव पारित करके विदेश मंत्रालय से कहा था कि वह अंगों के जबरन प्रतिरोपण में शामिल चीनी लोगों और अन्य देशों के नागरिकों को वीजा देने से रोकने वाले मौजूदा कानून के क्रियांवयन के बारे में कांग्रेस को वार्षिक तौर पर रिपोर्ट दे।प्रस्ताव चीन में फालुन गोंग नामक आध्यात्मिक समूह पर किए जाने वाले अत्याचारों की भी निंदा करता है। चीन इस समूह को गैरकानूनी करार दे चुका है। चीन ने कांग्रेस पर ‘‘आधारहीन आरोप’’ लगाने का आरोप लगाया है।