सोल। भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से महाभियोग द्वारा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पद से हटाई गई पार्क ग्यून हे ने आज देश से माफी मांगी और कहा कि वह भ्रष्टाचार मामले की जांच में पूरा सहयोग करेगी। पार्क (65)भ्रष्टाचार के एक मामले में पूछताछ के सिलसिले में अभियोजन पक्ष के कार्यालय पहुंची थीं। उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं लोगों से माफी मांगती हूं।
मैं पूछताछ में ईमानदारी से सहयोग करूंगी। वह पद से हटाए जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर बोल रही थीं। उल्लेखनीय है कि पार्क को राष्ट्रपति पद पर रहते हुए अपनी सहेली चोई सून सिल के माध्यम से सैमसंग समूह के प्रमुख जे वाई ली सहित कई बड़े औद्योगिक घरानों के प्रमुखों से रिश्वत के लिए दबाव बनाने के आरोप है।
इसके बाद उन्हें 10 मार्च को संसद में महाभियोग लाकर उन्हें राष्ट्रपति पद से हटा दिया गया था। लोकतांत्रिक ढंग से चुने जाने वाले इस पद से महाभियोग के जरिए हटाए जाने वाली वह पहली राष्ट्रपति हैं। हालांकि पार्क ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही है। उनकी सहेली ने भी इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। अगर आरोप साबित हो जाते हैं तो पार्क को कम से कम 10 साल की जेल की सजा हो सकती है।