ओस्लो। कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने आज नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार और माक्र्सवादी एफएआरसी विद्रोहियों के बीच हुआ शांति समझौता सीरिया जैसे युद्ध प्रभावित देश के लिए आदर्श है।
करीब पांच दशकों के संघर्ष को खत्म करने के लिए इस शांति समझौते पर 24 नवंबर को दस्तखत किए गए । यह समझौता दुनिया के ऐसे सशस्त्र संघर्षों के समाधान के लिए आदर्श है जिनका समाधान किया जाना अब भी बाकी है।
ओस्लो के सिटी हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में सैंटोस ने कहा, यह साबित करता है कि पहले जो असंभव लगता है, वह लगातार प्रयास के जरिए संभव हो सकता है.....चाहे यह सीरिया हो, यमन हो या दक्षिण सूडान हो।
दो अक्तूबर को लोकप्रिय वोट में खारिज किए जा चुके पहले शांति समझौता के बाद विद्रोहियों और सरकार ने एक नए समझौते पर वार्ता की ताकि संघर्ष खत्म किया जा सके । इस संघर्ष में दो लाख 60 हजार से ज्यादा लोग मारे गए, 45,000 लापता हुए और करीब 70 लाख लोग बेघर हुए।
उन्होंने कहा, कोलंबियाई शांति समझौता एक ऐसी दुनिया में उम्मीद की किरण है जो इतने सारे संघर्षों और ढेरों असहनशीलताओं की चपेट में है।
आज के पुरस्कार समारोह से ठीक पहले एएफपी को दिए एक इंटरव्यू में सैंटोस ने माना कि देश की शांति प्रक्रिया का सबसे मुश्किल हिस्सा अभी आना बाकी है।