वाशिंगटन। भारतीय मूल के एक उद्योगपति ने अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी में लिप्त होने की बात कुबूल कर ली है। वह विदेशी नागरिकों को कॉलेज में दाखिला दिलाता था और साथ ही उन्हें कक्षाओं में उपस्थित हुए बिना गैरकानूनी तरीके से पूर्णकालिक काम करने की अनुमति भी मुहैया कराता था।
न्याय विभाग ने कल कहा कि 45 वर्षीय तेजेश कोडाली ने विदेशी नागरिकों को नौकरी दिलाने और छात्र वीजा कायम रखने के लिए उन्हें न्यू जर्सी के कॉलेज में दाखिला दिलाने और कक्षाओं में उपस्थित हुए बिना पूर्णकालिक काम करने की अनुमति दिलाने की बात कुबूल कर ली है।
नेवार्क फेडरल कोर्ट में अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज मैडलिन कोक्स अर्लियो के समक्ष न्यू जर्सी के एडिसन शहर के निवासी कोडाली ने गुनाह कुबूल कर लिया । कोडाली को पांच साल की अधिकतम कैद और 2,50,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। सजा 13 मार्च 2017 को सुनाई जाएगी। -एजेंसी