नई दिल्ली। भारत जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में डालने के मुद्दे पर समर्थन करने के विषय को चीन के समक्ष उठाएगा जो अल कायदा या इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े समूहों या व्यक्तिों और पूर्वोत्तर में उग्रवादियों को अवैध रूप से हथियारों की आपूर्ति करने पर रोक लगाने से संबंधित है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज रात्रिभोज के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के शीर्ष सहयोगी मेंग जियानझू से कहेंगे कि चीन अरूणाचल प्रदेश के लोगों को नत्थी वीजा जारी करने के चलन को रोकने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को बढ़ावा देने के रास्तों पर चर्चा करेंगे।
मेंग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय राजनीतिक और कानूनी मामलों के सचिव हैं। उनका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है और वे कल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के साथ भी वार्ता करेंगे।
एक अधिकारी ने कहा, चीनी नेता के समक्ष हम अपनी सभी चिंताओं को उठाएंगेे जो उस देश के आंतरिक सुरक्षा मामलों के प्रभारी भी है।
उल्लेखनीय है कि चीन पठानकोट वायु सेना अड्डे पर और उरी में सैन्य शिविर पर हमले के कथित साजिशकर्ता अज़हर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में डालने के भारत के प्रयास को दो बार बाधित कर चूका है।