रेकजाविक। अपनी मध्यमार्गी प्रोग्रेसिव पार्टी की कल हुए चुनाव में हार के बाद आइसलैंड के प्रधानमंत्री सिगुरडूर इंगी जोहानसन ने अपने पद से इस्तीफा देने का एलान किया है। जोहानसन के पूर्ववर्ती को पनामा पेपर में हुए खुलासे के बाद पद से हटना पड़ा था जिसके बाद यह चुनाव हुए हैं।
देश की 63 सदस्यीय संसद में इंडिपेडेंस और प्रोग्रेसिव पार्टियों ने साथ में 29 सीटें जीती हैं जो मौजूदा संसद की तुलना में नौ कम है। पाइरेट्स पार्टी और इसके तीन मध्यमार्गी साझेदारों ने 27 सीटों पर फतह हासिल की है। इसको सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ गुस्से की लहर का फायदा मिला है लेकिन बहुमत का आंकड़ा यह नहीं छू पाई।
जोहानसन ने कहा कि देश में नई सरकार के गठन तक वह पद पर आसीन रहेंगे। राष्ट्रपति गुडनी जोहानसन वित्त मंत्री एवं इंडिपेडेंस पार्टी के नेता बजरनी बेनेडिट्सन को सरकार बनाने के लिए बुला सकते हैं। उनकी पार्टी ने 21 सीटें जीतीं हैं।
पनामा पेपर्स के बाद इस साल अप्रैल में तत्कालीन प्रधानमंत्री एस डेविड गनलौगसन ने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके कारण चुनाव कराने की जरूरत पड़ी। पनामा पेपर्स लीक में खुलासा हुआ था कि प्रधानमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही बैंकरों और उद्योगपतियों सहित देश के 600 लोगों ने अवैध रूप से काफी धन जमा कर रखे हैं।