यांगून। म्यांमार ने अमेरिका के एक फोटोग्राफर को काली सूची में डाल दिया और उसे उसकी खुद की प्रदर्शनी में आने से रोक दिया। यह प्रदर्शनी ऐसे लोगों पर आधारित है जो किसी भी देश के नागरिक नहीं हैं। इसमें प्रताडि़त मुस्लिम रोहिंग्या समुदाय के लोगों की तस्वीरें भी शामिल हैं।
पुरस्कार विजेता डॉक्यूमेंटरी फोटोग्राफर ग्रेग कांस्टेंटाइन ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें यांगून हवाईअड्डे पर रोक दिया गया और कहा गया कि उनका नाम ‘‘काली सूची’’ में है।
कांस्टेंटाइन का मानना है कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि उन्होंने रोहिंग्या लोगों की जिंदगी को पेश किया है जिनके दर्जे को लेकर म्यांमा में विस्फोटक स्थिति बनी हुई है।
बौद्ध बहुलता वाले देश में अनेक लोग इस मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय को नागरिकता देने के पूरी तरह खिलाफ हैं। आव्रजन अधिकारियों ने कांस्टेंटाइन को ब्लैकलिस्ट करने की वजह नहीं बताई है।
कांस्टेंटाइन की प्रदर्शनी ‘‘नोव्हेयर पीपल कहीं के नहीं’’ दुनिया के 18 देशों में नागरिकता रहित लेागों के जीवन पर आधारित है, यह यांगून में कल से प्रारंभ होनी थी लेकिन इसे अस्थायी तौर पर स्थगित किया गया है। -एजेंसी